Moradabad : समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व प्रदेश सचिव व पूर्व जिला अध्यक्ष ने शनिवार सुबह मझोला थाना क्षेत्र स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस टीम घटना की जांच कर रही है। आत्महत्या करने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। मूल रूप से बिजनौर निवासी डीपी यादव काफी समय से मुरादाबाद के बुद्धि विहार में अपने परिवार के साथ रह रहे थे। वह समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।
संभाल चुके हैं कई महत्वपूर्ण पद
इससे पहले वह सपा के प्रदेश सचिव, जिला महासचिव, जिला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे। अगस्त 2021 में हुए पंचायत चुनाव में पार्टी में गुटबाजी के चलते डीपी यादव के साले व सपा के निवर्तमान जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव को पद से हटाकर उन्हें जिला अध्यक्ष बना दिया गया था। तब से वह सपा के जिला अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद का टिकट काटकर बिजनौर निवासी पूर्व विधायक रुचि वीरा को प्रत्याशी बनाया तो डीपी यादव ने उनका विरोध किया और चुनाव प्रचार में भी हिस्सा नहीं लिया। स्थानीय सपा नेताओं ने इसकी शिकायत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से की थी। जिसके बाद दो महीने पहले अप्रैल 2024 में लोकसभा चुनाव के बीच में डीपी यादव को जिला अध्यक्ष पद से हटाकर उनके साले जयवीर सिंह यादव को फिर से जिला अध्यक्ष बना दिया गया था।
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सपा नेताओं का लगा जमावड़ा
जिला पद गंवाने के बाद डीपी यादव ने खुद को लोकसभा चुनाव से पूरी तरह से अलग कर लिया था। सपा नेता धर्मेंद्र यादव ने बताया कि आज सुबह करीब नौ बजे डीपी यादव ने बुद्धि विहार स्थित अपने आवास की दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे में लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनके पड़ोस में रहने वाले पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता वीर सिंह ने पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मझोला थाने की टीम और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और घटना की जांच कर रही है। घटना के बाद से ही सपा नेताओं का उनके आवास पर जमावड़ा लगा हुआ है।
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