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युद्ध के बीच कीव और चार्निहीव से लौट रहे रूसी सैनिक, रूस ने रोकी मारियूपोल की सहायता

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कीव: युद्ध के 37वें दिन यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में रूसी हमलों के बीच कीव और चार्निहीव से रूसी सैनिकों के लौटने की खबरें आ रहीं हैं। इसी बीच यूक्रेनी हेलीकाप्टरों ने रूस के सीमावर्ती शहर बेलग्राद के एक ईंधन डिपो पर हमला कर देने से तनाव फिर बढ़ गया है। यूक्रेन के इस हमले से ईंधन डिपो बर्बाद हो गया और दो लोग घायल हुए हैं।

शुक्रवार को क्रेमलिन ने कहा है कि इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा और बातचीत से शांति स्थापित होने की संभावनाएं कमजोर होंगी। यूक्रेन के हमले के बाद रूसी सैनिकों ने मारियूपोल जा रही 14 टन खाद्य सामग्री को रोक दिया है। रूसी सेना की घेराबंदी वाले मारियूपोल में करीब 1.60 लाख लोग महीने भर से फंसे हैं।

बेलग्राद इलाके के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लादकोव के अनुसार कम ऊंचाई पर उड़ रहे यूक्रेन के दो हेलीकाफ्टरों ने रूसी सीमा के करीब 35 किलोमीटर अंदर आकर रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट के तेल गोदाम को नष्ट कर दिया है।

इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया है कि राजधानी कीव और चार्निहीव शहरों के नजदीक से रूसी सैनिकों की संख्या कम हुई है। रूस ने इस्तांबुल में हुई वार्ता में इन दोनों शहरों पर हमले कम करने की घोषणा की थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने देश की सेना और सुरक्षा में लगे लोगों को आगाह किया है कि उत्तर और मध्य इलाकों से रूसी सेना की वापसी रणनीतिक कारणों से हो रही है।

जेलेंस्की दो जनरलों का रैंक घटाया

जेलेंस्की ने यूक्रेनी सेना के दो जनरलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी रैंक कम कर दी हैं। इनमें से एक जनरल के पास खेरसोन शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी। खेरसोन रूसी कब्जे में जाने वाला पहला प्रमुख शहर था।

आस्ट्रेलिया देगा बख्तरबंद सैन्य वाहन

राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुरोध पर आस्ट्रेलिया बख्तरबंद सैन्य वाहन बुशमास्टर यूक्रेन भेजेगा। जेलेंस्की ने गुरुवार को आस्ट्रेलिया से बख्तरबंद वाहनों और कुछ अन्य सैन्य मदद देने का अनुरोध किया था।

चेर्नोबिल पर यूक्रेन का फिर से कब्जा

यूक्रेन के चर्चित चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र को रूसी सैनिकों ने शुक्रवार सुबह पूरी तरह से खाली कर दिया। अब संयंत्र फिर से यूक्रेन के कब्जे में आ गया है। 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के अगले ही दिन रूसी सेना ने चेर्नोबिल पर कब्जा कर लिया था।

दुर्घटना के बाद से इस संयंत्र में रिएक्टर कार्य नहीं कर रहे हैं लेकिन वहां पर रेडियोएक्टिव तत्वों का बड़ी मात्रा में कबाड़ मौजूद है। इसलिए यह संयंत्र खतरनाक बना हुआ है। यूक्रेन की सरकारी बिजली कंपनी इनरगोटम ने कहा है कि विकिरण के शिकार होने के बाद रूसी सैनिकों ने चेर्नोबिल छोड़ा है।