नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि नियामकों और अन्य संस्थाओं को डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को समझने के लिए अधिक उन्नत और वक्त से आगे होना चाहिए। प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है। वित्त मंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) के तहत आयोजित कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के प्रतिष्ठित दिवस समारोह में मंगलवार को यह बात कही।
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विज्ञान भवन में वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के आइकॉनिक सप्ताह समारोह के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अपने संबोधन में डिजिटलीकरण के संदर्भ में सुरक्षा तंत्र की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2020 के बाद से आने वाले दशकों में डिजिटल के तरीकों का महत्व और बढ़ता जाएगा। इसके साथ ही शेयर बाजार में जारी अस्थिरता पर उन्होंने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली से लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक कर रहे हैं। महामारी के दौरान खुदरा निवेशकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) को डिजिटलीकरण के लिहाज से समय से आगे रहना चाहिए, ताकि निष्पक्ष और जवाबदेह प्रथाओं को सुनिश्चित किया जा सके और प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग न हो। इस अवसर पर कॉरपोरेट मामलों के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि मंत्रालय अनुपालन प्रबंधन सहित विभिन्न उपायों को लागू करेगा। उन्होंने कारोबारी सुगमता के लिए प्रौद्योगिकी आधारित मंचों पर जोर दिया। इसके अलावा कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
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