नई दिल्लीः केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 40 दिनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार देशवासियों से अन्नदाताओं की आवाज बुंलद करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सत्ताधारी पार्टी गरीब-मजदूर विरोधी है, इसलिए वो किसान कि आवाज नहीं सुन पा रही। वहीं, कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया पर हैशटैग ‘किसान के लिए बोले भारत’ कैंपेने भी चला रही है।
वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा होता है। हमारे किसान बहन-भाई जो आंदोलन कर रहे हैं, उसे देशभर से समर्थन मिल रहा है। आप भी उनके समर्थन में अपनी आवाज जोड़कर इस संघर्ष को बुलंद कीजिए, ताकि कृषि-विरोधी कानून खत्म हों।
अपने ट्वीट के साथ राहुल ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें कृषि कानूनों के खिलाफ 40 से ज्यादा दिनों से किसानों के प्रदर्शन और उनकी जद्दोजहद को दिखाया गया है। वीडियो में दिखाया गया है कि किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी पर लीगल गारंटी दे। आखिर सरकार किसानों की मांगों पर राजी क्यों नहीं हो रही है?
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उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार और किसानों के बीच 7 दौर की वार्ता हो चुकी है। हालांकि आज 8वें दौर की वार्ता दिल्ली के विज्ञान भवन में होनी है।