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सरकारी अधिकारियों को पराली जलाने पर मजबूर करने वालों पर होगी कार्रवाई, जानें मामला

punjab-government-officials-burn-stubble चंडीगढ़ः एक वीडियो में भीड़ द्वारा एक सरकारी अधिकारी को पराली जलाने के लिए मजबूर करने की घटना को गंभीरता से लेते हुए पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को इस जघन्य अपराध के अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने की घटना की निंदा

एक बयान में मुख्यमंत्री ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे राज्य के लोगों के खिलाफ अमानवीय कृत्य बताया। गुरबाणी की कविता 'पवणु गुरु पानी पिता माता धरती महतु' का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरु साहिबान ने हवा (पवन) को गुरु, पानी (पानी) को पिता और भूमि (पृथ्वी) को माता का दर्जा दिया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है कि यह घटना दर्शाती है कि राज्य में लोगों द्वारा महान गुरुओं के संदेश का सम्मान नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य सरकार इस जघन्य घटना पर मूकदर्शक बनकर नहीं बैठ सकती और न ही अराजकता फैलने दे सकती है। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारी खेतों में पराली न जलाने का संदेश लेकर गए थे, लेकिन वहां जुटी भीड़ ने अधिकारी के हाथ में माचिस पकड़ा दी और पराली जलाने पर मजबूर कर दिया, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

बच्चों की जिंदगी खराब कर रहे किसान

भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसी कायरतापूर्ण कार्रवाई को अंजाम देकर ये लोग अपने ही बच्चों की जिंदगी बर्बाद करने की राह पर हैं क्योंकि इन खेतों से निकलने वाले धुएं से बच्चों का दम घुट जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस से इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल लोगों की पहचान कर मामला दर्ज करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की मनमानी और आपराधिक घटना को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मान ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे असंवेदनशील लोगों को पर्यावरण प्रदूषित कर बच्चों के अनमोल जीवन से खिलवाड़ नहीं करने देगी। यह भी पढ़ेंः-Jal Jeevan Mission Scam: ED की बड़ी कार्रवाई, कई जगहों पर...

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, बठिंडा के गांव नहियावाला में कृषि विभाग के कर्मचारी खेतों में घूम रहे थे और किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित कर रहे थे। इसी बीच किसानों ने पराली का ढेर लगाकर एक कर्मचारी को घेर लिया। वहां बड़ी संख्या में किसान एकत्र होने पर कर्मचारी घबरा गया। इसके बाद किसानों ने जबरन सरकारी कर्मचारी से पराली में आग लगवा दी। इस बीच वीडियो में कई किसान यह कहते सुने गए कि जो लोग पराली को आग लगाने से रोकते हैं वही लोग पराली को आग लगा रहे हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)