Thursday, November 21, 2024
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Homeछत्तीसगढ़Chhattisgarh: मनसुख मंडाविया किया स्पोर्ट्स स्टेडियम का ऐलान, शुरू की पदयात्रा

Chhattisgarh: मनसुख मंडाविया किया स्पोर्ट्स स्टेडियम का ऐलान, शुरू की पदयात्रा

Chhattisgarh: केंद्रीय युवा मामले, खेल, श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) बुधवार को जशपुर (jashpur) में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस (Tribal Pride Day) समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया ने जशपुर जिले में खिलाड़ियों के लिए खेल स्टेडियम (Sports stadium) की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम में खेलने वाला आदिवासी खिलाड़ी ओलंपिक में खेलेगा, यही उनकी शुभकामनाएं हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी विशेष पदयात्रा शुरू की।

युवा स्वयंसेवकों के साथ शुरू की यात्रा

जशपुर के पुराना नगर मैदान से शुरू हुई भगवान बिरसा मुंडा ‘माटी के वीर पदयात्रा’ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ केंद्रीय डॉ. मंडाविया 10 हजार से अधिक माय भारत युवा स्वयंसेवकों के साथ पदयात्रा कर रहे हैं। जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की जय के नारे लगाकर कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के युवा स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित किया जाता है। माय भारत स्वयंसेवी संगठन की स्थापना युवा विभाग मंत्रालय द्वारा देश को आगे ले जाने के लिए की गई है। माय भारत संगठन में युवा स्वतः ही स्वैच्छिक सेवा से जुड़ते हैं।

डॉ. मंडाविया ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेकर जशपुर के युवा अलग-अलग क्षेत्रों में नाम कमा रहे हैं। 25 साल की उम्र में बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों से लोहा लिया था। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना छत्तीसगढ़ से साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री साय की मांग पर भारत सरकार के सहयोग से जशपुर में खेल स्टेडियम बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2036 में होने वाले ओलंपिक में जशपुर का कोई खिलाड़ी जरूर पहुंचेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई जा रही है।

पहले कभी नहीं हुआ इतना अधिक काम

प्रधानमंत्री मोदी ने इसे आदिवासी गौरव दिवस घोषित किया है। इस अवसर पर माटी के वीर पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुलामी के दौरान आदिवासी समूह के लोगों ने भी अपना बलिदान दिया है। हम छत्तीसगढ़ के आदिवासी वीरों को नमन करते हैं। आदिवासी संस्कृति प्रकृति से प्रेम करने वाली संस्कृति है। कला से प्रेम करने वाली संस्कृति है। आदिवासी संस्कृति को बचाने की चिंता है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में भारत के आदिवासी समूहों के उत्थान के लिए जितना काम हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ।

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गौरतलब है कि मुख्यमंत्री साय के गृह जिले जशपुर में आज बिरसा मुंडा जयंती (15 नवंबर) के अवसर पर आदिवासी गौरव दिवस समारोह का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, आदिवासी नायकों को श्रद्धांजलि और कई कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। आदिवासी गौरव दिवस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के संबोधन के बाद जशपुर जिले और राज्य का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम अरुण साव, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, मंत्री रामविचार नेताम, टंकराम वर्मा, लक्ष्मी राजवाड़े और विधायक शामिल हुए।

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