कोलकाताः कोरोना संकट की वजह से इस बार भी इस्कॉन द्वारा भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा काफी छोटे स्तर पर निकाली गई है। खास बात यह है कि इस बार रथ की जगह गाड़ी में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा उनके मौसी के घर ले जाए गए हैं। हर साल रथयात्रा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल होती रही हैं, लेकिन इस साल वह नहीं पहुंची और भगवान के लिए भोग भेजा है। रथ यात्रा सोमवार शुभ घड़ी में कोलकाता के अल्बर्ट रोड से गुरुसदाय रोड में स्थित इस्कॉन हाउस तक चार किलोमीटर चली है। 20 जुलाई को उल्टी रथयात्रा होनी है।
इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने बताया कि ममता बनर्जी की ओर से तृणमूल कांग्रेस के नेता सुब्रत बख्शी इस्कॉन मंदिर पहुंचे थे। सोमवार सुबह 11:30 से 12:00 के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा भेजे गए भोग सहित 556 तरह के भोज भगवान जगन्नाथ को लगाया गया है।
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उन्होंने बताया कि 19 जुलाई तक रोजाना शाम चार बजे से रात 8:00 बजे तक सीमित संख्या में दर्शकों को भगवान जगन्नाथ के दर्शन की अनुमति होगी। लोग केवल वहां से गुजर सकेंगे कोई पूजा-अर्चना नहीं होगी। राधारमण ने बताया कि इस बार इस्कॉन कोलकाता स्वर्ण जयंती वर्ष बना रहा है, लेकिन कोरोना की वजह से सीमित तरीके से रथ यात्रा निकाली गई है।