तिरुवनंतपुरम: कैलेंडर वर्ष 2022 में 1.88 करोड़ घरेलू पर्यटकों ने केरल का दौरा किया। यह जानकारी राज्य के पर्यटन मंत्री पी.ए. मोहम्मद रियास ने मंगलवार को राज्य विधानसभा दी। मंत्री ने बताया, महामारी से पहले राज्य में आने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या एक वर्ष में सबसे अधिक 1.83 करोड़ थी।
ध्यान देने वाली बात यह है कि कैलेंडर वर्ष 2022 की अंतिम तिमाही में इस सर्वकालिक उच्च आंकड़े में पांच मिलियन से अधिक घरेलू पर्यटकों का आगमन हुआ। यह उछाल ऐसे समय में आया है जब रियास और उनका विभाग 100 से अधिक नए पर्यटन स्थलों को शामिल करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहा है, जो 2023 में राज्य के पर्यटन मानचित्र में डेस्टिनेशन चैलेंज प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में जोड़ा जाएगा, जो स्थानीय स्व-सरकारी संस्थानों के सहयोग से किया जा रहा है।
इन छह जिलों में आये ज्यादा पर्यटक –
पर्यटन मंत्री ने कहा कि केरल के छह जिलों में पर्यटकों की आमद ज्यादा रही। इन छह जिलों में वायनाड, अलप्पुजा, मलप्पुरम, तिरुवनंतपुरम, इदुक्की और पथानामथिट्टा शामिल हैं। कोविड के बाद केरल में पर्यटन बढ़ा है और लोग डेस्टिनेशन वेडिंग करने यहां का रुख कर रहे हैं।
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केरल में वेलनेस टूरिज्म बढ़ा –
पर्यटन मंत्री ने बताया कि यूरोपियन देशों में आयुर्वेद के प्रति गहरा लगाव है और वे विभिन्न रोगों के लिए आयुर्वेद पद्धति अपनाते हैं। केरल में पर्यटन बढ़ने की यह भी बड़ी वजह है। केरल में वेलनेस टूरिज्म बढ़ा है। यह राज्य आयुर्वेद चिकित्सा का केंद्र है और देश व विदेश से तमाम पर्यटक यहां आयुर्वेद पद्धति से चिकित्सा करवाने आते हैं। टूरिज्म विभाग इसे बढ़ावा देने के लिए मार्केटिंग व वर्कशाॅप करवाने पर भी विचार कर रहा है।
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