झांसी का बबीना बनेगा प्रदेश का दूसरा मॉडल विकासखंड, बहेगी विकास की धारा

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झांसी: विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में आज संयुक्त सचिव नीति आयोग शैलेंद्र कुमार द्विवेदी और उनकी टीम के साथ एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को बताया कि भारत सरकार की मंशा है कि विकासखंड बबीना को मॉडल ब्लॉक रूप में विकसित किया जाए। मॉडल विकास मॉडल ब्लॉक बनाए जाने में 13 विभागों के इंडिकेटर बनाए गए हैं। उन सभी पर कार्य करते हुए विकासखंड को संतृप्त किया जाना है।
उन्होंने कहा कि विकासखंड बबीना में 56 गांव हैं। अधिकारी गांव का भ्रमण करते हुए विभागीय योजना में संतृप्त लाभार्थियों की सूची तैयार करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही ऐसे ग्रामीण जो पात्र और लाभ लेने से वंचित हैं, उनको चिन्हित करते हुए सूची बना ली जाए तथा अपात्र किसी भी दशा में लाभ ना लें इसे अवश्य सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि समस्त जानकारी एक माह में देना सुनिश्चित करें उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि फर्जी रिपोर्टिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी जो भी सूचना दे तथ्यात्मक और सत्य हो।

जिलाधिकारी ने कहा कि नीति आयोग ने झांसी के विकास खंड बबीना को मॉडल ब्लॉक बनाने की पहल की है। शासन की समस्त योजनाओं से पोषित करते हुए इसका सर्वांगीण विकास पर विशेष जोर दिया जाएगा। साथ ही बबीना विकास खंड को भारत का आदर्श एवं मॉडल विकास खंड बनाए जाने हेतु स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों को बड़ा जनांदोलन किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बैठक में अधिकारियों से कहा कि इस विकास खंड क्षेत्र के लोगों का आमदनी कैसे बढ़े, यह बड़ा लक्ष्य है। पशुपालन, मत्स्य पालन एवं अन्य रोजगारपरक योजनाओ से यहां के अधिक से अधिक लोगों को आच्छादित एवं लाभान्वित कर लोगों की आय बढ़ाया जाना आवश्यक है।

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पंचायतों में हो प्रतिस्पर्धा का माहौल –

नीति आयोग के संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार द्विवेदी ने बबीना विकास खंड के सभी ग्राम पंचायतों के सर्वांगीण विकास को मॉडल का पैमाना बताया। उन्होंने कहा कि पंचायतों में विकास की रफ्तार को लेकर प्रतिस्पर्धा आयोजित का माहौल बनाने की दिशा में काम करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी योजनाओं को इस विकास खंड में लागू किए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान उनका गुणवत्ता पर भी जोर रहा। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से नीति आयोग का जोर है कि गांव के लोगों के जीवन स्तर को उठाना तथा हर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस ब्लाक में बहुतायत कार्य हो चुके हैं। सिर्फ बिहैवियर चेंजिंग की दिशा में कार्य होने बाकी है। आयोग की मंशा है कि इस कार्य को भी सहजता से पूरा कर लिया जाएगा। गांवाें को विकास कार्यक्रमों से आच्छादित कर इसके सर्वांगीण विकास के साथ देश का आदर्श एवं मॉडल विकास खंड बने। देश के विभिन्न स्थानों तथा राज्यों से लोग इसे देखने आएं।

फिजिकल इन्फ्राट्रक्चर पर जोर –

इसी को ध्यान में रखकर बबीना विकासखंड क्षेत्र को समस्त विकास योजनाओं से संतृप्तिकरण के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया। अधिकारियों का कहना है तय लक्ष्य लगभग समय से पूर्ण कर लिए जाएंगे। शिक्षा, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ-साथ लोगों ने फिजिकल इन्फ्राट्रक्चर पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि गांवो के प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में आकर्षक व्यवस्था के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है। अब अभिभावकों का झुकाव सरकारी विद्यालयों की ओर है। ऐसे गांव के लोग अपने बच्चों को गांव के ही विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेज रहे हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद ने संयुक्त सचिव नीति आयोग से जनपद स्तरीय अधिकारियों का परिचय करवाया और पूर्ण अस्वस्थ करते हुए कहा कि आयोग की मंशा अनुसार समस्त अधिकारी अपने विभागीय कार्यों को समय से पूर्ण करना सुनिश्चित करेंगे।

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद, जिला विकास अधिकारी श्री सुनील कुमार, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश कुमार, एसीएमओ डॉ एनके जैन, डीसी एनआरएलएम अजय कुमार सहित कृषि विभाग लघु सिंचाई समाज कल्याण विद्युत विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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