जकार्ताः कोयले की कमी से बचने के लिए इंडोनेशिया के कोयला निर्यात पर रोक लगाने से जापान, दक्षिण कोरिया और फिलीपींस का बिजली उत्पादन संकट में पड़ गया है। अब इन देशों ने इंडोनेशिया से कोयला निर्यात पर लगी रोक हटाने की गुहार की है। इंडोनेशिया के कानून के मुताबिक वहां कोयला खनन करने वालों को उत्पादन का एक चैथाई कोयला घरेलू जरूरत के लिए देना पड़ता है। वे पूरे कोयले का निर्यात नहीं कर सकते हैं। इंडोनेशिया के अधिकारियों के मुताबिक इन कंपनियों ने अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया, जिससे इंडोनेशिया का कोयला भंडार काफी कम हो गया।
अधिकारियों के मुताबिक इंडोनेशिया में कोयला बस इतना ही बचा है, जिससे जावा व बाली स्थित बिजलीघरों को चलाया जा सके। बीती एक जनवरी से कोयला निर्यात पर रोक के बाद जापान, दक्षिण कोरिया व फिलीपींस पर इसका बेहद खराब असर पड़ा है। अब फिलीपींस के ऊर्जा मंत्री अल्फोसो कुसी ने इंडोनेशिया के ऊर्दा मंत्री अरिफिन तसरीफ को पत्र भेजकर कहा है कि फिलीपींस के बिजली उत्पादन संयंत्र इंडोनेशियाई कोयले पर निर्भर हैं। उन्होंने इंडोनेशिया से अपील की है कि वह कोयले के निर्यात पर प्रतिबंध हटा दें।
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जकार्ता स्थित जापानी राजदूत ने भी इंडोनेशिया के ऊर्जा व खनिज संसाधन मंत्रालय को पत्र भेजकर निर्यात पर रोक हटाने की मांग की थी। जापान के आर्थिक, व्यापार और उद्योग मंत्री कोइची हगिउदा ने इंडोनेशिया के ऊर्जा मंत्री तसरीफ से मुलाकात करके इंडोनेशिया से मिलने वाले कोयले को अपने देश की विद्युत आपूर्ति के लिए जरूरी करार दिया है। दक्षिण कोरिया के व्यापार मंत्री यिओ हान-कू ने इंडोनेशिया के व्यापार मंत्री मोहम्मद लुत्फी से वार्ता कर निर्यात पर लगी रोक हटाने को कहा है।
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