लखनऊः उत्तर प्रदेश विधान मंडल का मानसून सत्र मंगलवार से प्रारम्भ हो गया। पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सपा से सवाल किया कि अब्बा जान कब से असंसदीय शब्द हो गया? विधान परिषद में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कुछ लोगों को ‘अब्बा जान’ शब्द असंसदीय लगने लगा है। क्या वे बताएंगे ये शब्द कब से असंसदीय हो गया है।
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी सवाल किया कि वे कौन से लोग हैं जो कहते थे कि हम कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। वे लोग यह भी कह रहे थे कि यह वैक्सीन भाजपा की है, मोदी की है, लेकिन जब अब्बा जान ने वैक्सीन लगवा ली तो सभी लगवाने लगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि जब कोरोना की शुरूआत हुई तो उत्तर प्रदेश में इसकी जांच की सुविधा नहीं थी, लेकिन आज प्रदेश में चार लाख प्रतिदिन टेस्ट की क्षमता है। पूर्व में सत्र प्रारम्भ होने से पहले मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मानसून सत्र में जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।
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उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष गांव, गरीब, महिलाओं व विकास के हर मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधान मंडल के दोनों सदनों में सार्थक चर्चा होगी। हालांकि, मानसून सत्र के पहले दिन सपा और कांग्रेस के विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। विधान परिषद में भी सपा सदस्यों ने हंगामा किया। वहीं विधानसभा में पहले दिन सदन के वर्तमान सदस्यों के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित हुआ और सभी दलों के नेताओं ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। योगी सरकार बुधवार को दोपहर 12.30 बजे सदन में अनुपूरक बजट पेश करेगी।
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