मुंबई: सरकारी वकील प्रदीप धरत ने रंगदारी वसूली मामले में ठाणे जिले के जांच अधिकारी बालासाहेब निकम पर आरोपितों से मिलीभगत का आरोप लगाया है। इस संदर्भ में वकील प्रदीप धरत ने गृह सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले की गहन छानबीन करने की मांग की है। गृह विभाग तथा पुलिस महानिदेशक की प्रतिक्रिया अथवा कार्रवाई के बारे में अब तक प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
प्रदीप धरत ने रविवार को गृहसचिव को भेजे पत्र में कहा है कि राज्य सरकार ने पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह व अन्य के विरुद्ध दर्ज रंगदारी वसूली के मामले 1151/2021 की पैरवी की जिम्मेदारी 30 सितंबर को सौंपी है। इस मामले के जांच अधिकारी बालासाहेब निकम उन्हें मामले से संबंधित कोई भी कागजपत्र नहीं दे रहे हैं। साथ ही, जांच अधिकारी उनसे मामले के बारे में किसी भी तरह की चर्चा तक नहीं कर रहे हैं। प्रदीप धरत ने कहा कि इस मामले की ठाणे जिला कोर्ट में होने वाली सुनवाई के दौरान भी जांच अधिकारी ने उनसे किसी भी तरह का संपर्क नहीं किया, जिससे सरकारी पक्ष की ओर से वे जिरह नहीं कर सके थे। इसलिए उन्हें लगने लगा है कि जांच अधिकारी आरोपितों के साथ मिलीभगत कर चुके हैं। प्रदीप धरत ने पत्र में कहा है कि मामले की गहन छानबीन करवाई जाए और छानबीन में दोनों में से जो भी दोषी पाया जाए , उसपर कठोर कार्रवाई की जाए।
उल्लेखनीय है कि ठाणे शहर पुलिस स्टेशन में पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, विनय सिंह, सचिन वाझे, रियाज भाटी सहित अन्य लोगों के विरुद्ध रंगदारी वसूली का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पूछताछ के लिए ठाणे शहर पुलिस स्टेशन में हाजिर न होने पर परमबीर के विरुद्ध गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।