भोपालः मध्य प्रदेश में मानसून (monsoon) की दस्तक के बाद शुरू हुआ बारिश का दौर फिलहाल खत्म हो गया है। रविवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादलों की आवाजाही जारी रही, लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक मौसम साफ रहेगा। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 24 जून को मानसून (monsoon) सक्रिय हुआ था और 25 जून को पूरे प्रदेश में छा गया। इसके बाद भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। सामान्य तौर पर जून में 5.5 इंच बारिश होनी चाहिए थी जबकि 6.2 इंच पानी बरसा है। मानसून के देर से आने के बाद भी जून में राज्य में सामान्य से 13 फीसदी अधिक बारिश हुई है।
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मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में कोई प्रभावी मौसमी सिस्टम नहीं होने से बारिश की गतिविधियों में धीरे-धीरे कमी आएगी। बीच-बीच में बादल छाए रहने के कारण धूप भी निकलेगी। इस बीच कुछ जिलों में छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात बना हुआ है।
इस मौसमी सिस्टम के आगे बढ़ने से 5-6 जुलाई से एक बार फिर राज्य में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। रविवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। इनमें धार में 13, इंदौर में 5.2, मंडला में 4.0, बालाघाट में 2, पचमढ़ी में 0.4 और जबलपुर में 0.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी हिस्से में बना चक्रवात कमजोर होकर उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ गया है।
इसके अलावा मप्र के मौसम को प्रभावित करने वाला कोई अन्य मौसमी सिस्टम सक्रिय नहीं है। इसकी वजह से बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। हालांकि वातावरण में नमी अधिक होने के कारण सोमवार को पूर्वी मध्य प्रदेश के सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
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