मुंबई: राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि महाराष्ट्र में कांट्रैक्ट पर भर्तियाें के सभी अनुबंध तत्काल प्रभाव से रद्द करने का निर्णय लिया गया है। फडणवीस ने कहा कि राज्य में कांट्रैक्ट पर भर्ती की शुरुआत कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने की थी, इसलिए इन पार्टियों के नेताओं को आम जनता से माफी मांगनी चाहिए।
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस-राकांपा सरकार ने वर्ष 2003 में ही राज्य में कांट्रैक्ट पर भर्ती की शुरुआत की थी। उस समय राज्य के अनेक विभागों में विभिन्न पदों पर सेवकों की भर्ती की जाती थी। इसके बाद वर्ष 2010 और 2011 में भी संविदा पर भर्ती की गई। साल 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विभिन्न सरकारी पदों पर कर्मियों की भर्ती भी की थी। देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि उनकी सरकार आने के बाद कैबिनेट की बैठक में इन पदों पर देय राशि कम कर दी गई।
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उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि आज कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना उद्धव बालासाहेब पार्टी के लोग कांट्रैक्ट पर भर्ती के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन ये भर्ती इन्हीं लोगों ने शुरू की है। इस तरह ये लोग आम जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना अपने पापों को हमारी सरकार पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए इन तीनों पार्टियों को राज्य की आम जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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