Ayodhya Ram Mandir: अब वो शुभ घड़ी बेहद करीब आ गई है, जब राम जन्म भूमि पर बनने वाले भगवान श्रीराम के मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को अब सिर्फ 4 दिन बचे हैं। प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंगलवार (16 जनवरी) से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं।
आज अनुष्ठान का तीसरा दिन है। वहीं गुरुवार को शुभ मुहूर्त में रामलला की मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया। इसी के साथ ही राम मंदिर के गर्भगृह में 500 साल पुराना सपना साकार हो रहा है। सभी 131 वैदिक दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि गर्भ गृह पहुंचे। इसके बाद रामलला के विग्रह को गर्भ गृह में 1:20 बजे स्थापित किया गया। इसके बाद 24 अलग-अलग विधि-विधान से पूजा का सिलसिला शुरू हुआ।
इससे पहले बुधवार को जहां रामलला ने राम मंदिर परिसर भ्रमण किया, तो वहीं आज गर्भगृह में श्रीराम यंत्र की स्थापना की गई। मुहूर्त निकालने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने यंत्र को स्थापित कराया।
गर्भगृह में की गई श्रीराम यंत्र की स्थापना
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंगलवार (16 जनवरी) से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। आज अनुष्ठान का तीसरा दिन है। आज यानी गुरुवार को राम लला की स्थापना से पहले गर्भगृह में श्रीराम यंत्र की स्थापना की गई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, विहिप के केंद्रीय मंत्री दिनेशचंद्र आदि की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यंत्र की स्थापना की गई।
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#WATCH | Ayodhya, UP: The idol of Lord Ram was brought inside the sanctum sanctorum of the Ram Temple in Ayodhya.
A special puja was held in the sanctum sanctorum before the idol was brought inside with the help of a crane. (17.01)
(Video Source: Sharad Sharma, media in-charge… pic.twitter.com/nEpCZcpMHD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 18, 2024
यजमान डॉ. अनिल मिश्र ने यंत्र स्थापित किया। इस निमित्त एक घंटे तक पूजन चलता रहा। यंत्र के साथ ही आसन के नीचे कुल 45 द्रव्य रखे गए। जिसमें नौ रत्नों में हीरा, पन्ना, मोती माणिक्य, मूंगा, पुखराज व लहसुनिया, नीलम,गोमेद के अलावा पारा, सप्तधान्य व विविधि औषधियां हैं।
यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई मूर्ति को आसन पर स्थापित किया। इसी स्थान पर भगवान रामलला की मूर्ति स्थापित की गई। रामलला की मूर्ति 51 इंच है। इससे पहले बुधवार रात को क्रेन की मदद से रामलला की मूर्ति को राम मंदिर परिसर के अंदर ले जाया गया।
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