Bihar Bridge Collapse, पटनाः बिहार में पिछले कई दिनों से पुल गिरने का सिलसिला जारी है। एक के बाद एक कई जिलों में पुल टूटने या पुल के पिलर गिरने के मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के बीच रविवार को किशनगंज जिले में एक पुल ढह गया।
किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत खोसीडांगी में बंड नदी पर बने 14 साल पुराने पुल के दो पिलर गिर गए। इसके कारण पुल पर आवागमन रोक दिया गया है। पुल पर बैरिकेडिंग भी लगा दी गई है। भारी वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इस पुल के धंसने से आस-पास के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
Bihar Bridge Collapse: आवागमन पर लगी रोक
ठाकुरगंज सीओ सुचिता कुमार ने बताया कि ग्रामीणों से पुल का पिलर गिरने की सूचना मिली है। आरडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता आलोक भूषण ने बताया कि पुल पर आवागमन पर रोक लगा दी गई है। बैरिकेडिंग लगाने की तैयारी की जा रही है। इस पुल का निर्माण 2009-10 में विशेष प्रावधान के तहत किया गया था। भारी वाहनों के आवागमन के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया है।
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2010 में बने इस पुल पर मंडराने लगा खतरा
2010 में बने इस पुल पर अब खतरा मंडराने लगा है। लोगों को डर है कि अगर पूरा पुल ही ढह गया तो बड़ी मुसीबत हो जाएगी। यह पुल किशनगंज के ठाकुरगंज मुख्यालय को पश्चिम बंगाल से जोड़ता है। यह पुल लोगों के लिए काफी मायने रखता है। इलाके के लोग इसे लेकर काफी चिंतित हैं। इससे पहले अररिया, सीवान, मोतिहारी, किशनगंज और मधुबनी में पुल ढह चुके हैं। हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाइपास के निर्माणाधीन पुल की रेलिंग में भी दरारें आ गई थीं। मधौल में नवनिर्मित पुल की रेलिंग में दरारें आने से पुल के ढहने का खतरा पैदा हो गया था।