पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोपालंगज के खजूरबानी जहरीली शराबकांड में अदालत द्वारा सुनाए गए फैसले को ऐसे लोगों के लिए सबक करार दिया। उन्होंने कहा कि गोपालगंज जहरीली शराबकांड में अदालत का फैसला स्वागतयोग्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे काम करने वाले लोगों को इससे सबक लेते हुए ऐसे कामों से बचना चाहिए। मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकार वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार में जिस साल 2016 में शराबबंदी लागू हुई उसी साल गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई थी। इस कांड के बाद पूरी तरह से जांच करने के बाद मुकदमा दर्ज हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शराबबंदी से उनका कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं है, यह लोगों के हित के लिए हुई है। यह बिहार की महिलाओं की मांग पर की गई है। जिस घर में लोग शराब पीते थे, उस घर में बहुत परेशानी होती थी। आज भी राज्य में कहीं-कहीं से जहरीली शराब की बात आ रही है। उसकी जांच की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि शराब से दूर रहिए। अगर कहीं से शराब मिल भी रही है तो वह जहरीली हो सकती है।
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बिहार के गोपालगंज की चर्चित खजूरबानी शराबकांड में गोपालगंज के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय लवकुश कुमार की विशेष अदालत ने शुक्रवार को 13 आरोपियों को दोषी पाते हुए 9 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, जबकि चार महिलाओं को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उल्लेखनीय है कि गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के खजूरबानी मोहल्ले में गत अगस्त, 2016 को जहरीली शराब पीने से रहमान मियां, हरिकिशोर साह सहित 19 लोगों की मौत हो गई थी तथा छह लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी। इस मामले में गोपालगंज के नगर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।