नई दिल्लीः साईंबाबा को मानने वाले अनुयायियों और भक्तों की कमी नही हैं। वह एक संत और फकीर माने जाते हैं। साईंबाबा की आराधना बृहस्पतिवार के दिन की जाती है। ऐसी मान्यता है कि बृहस्पतिवार के दिन साईंबाबा का व्रत और आराधना करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कई लोग बृहस्पतिवार के दिन साईंबाबा की पूजा-अर्चना के साथ ही गरीब लोगों को भोजन भी वितरित कराते हैं।
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ऐसा भी कहा जाता है कि साईंबाबा अपने भक्तों की आराधना से शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी सदैव रक्षा करते हैं। साईंबाबा का व्रत 9, 11 या 21 बृहस्पतिवार तक ही रखने चाहिए। यदि आप भी साईंबाबा का व्रत प्रारंभ करना चाहते हैं तो किसी भी बृहस्पतिवार से व्रत शुरू कर सकते हैं। व्रत रखने वाले को बृहस्पतिवार के दिन शुद्ध मन से प्रातःकाल स्नानादि के बाद घर अथवा मंदिर में जाकर साईंबाबा के दर्शन कर प्रार्थना करनी चाहिए। इस दिन गरीबों को भोजन करना बेहद शुभ फलदायक माना जाता है।
बृहस्पतिवार के दिन साईंबाबा का व्रत करने वाले को उनकी चालीसा और आरती भी अवश्य करनी चाहिए। साईंबाबा की शुद्ध मन से की गयी आराधना से व्रती की सभी इच्छायें अवश्य ही पूरी होती हैं। इसके अतिरिक्त साईं बाबा के मंत्रों का जाप भी अवश्य करना चाहिए। इससे व्यक्ति की जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं। बृहस्पतिवार के दिन साईंबाबा का व्रत रखने वाले को इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ॐ साईं राम
ॐ साईं गुरुवाय नमः
ॐ साईं देवाय नमः
ॐ शिर्डी देवाय नमः
ॐ समाधिदेवाय नमः
ॐ सर्वदेवाय रूपाय नमः
ॐ शिर्डी वासाय विद्महे सच्चिदानंदाय धीमहि तन्नो साईं प्रचोदयात
ॐ अजर अमराय नमः
ॐ मालिकाय नमः
ॐ सर्वज्ञा सर्व देवता स्वरूप अवतारा
सबका मालिक एक है
जय-जय साईं राम