मॉस्कोः डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी जिस तरह से विकसित हो रही है, वह दर्शाता है कि यह विषाणु कभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं होगा। डब्ल्यूएचओ की प्रतिनिधि मेलिता वुजनोविक के हवाले से बताया गया कि यह वायरस एक स्थानिक बीमारी के रूप में आबादी में संचारित होता रहेगा। उन्होंने कहा कोरोना वायरस एक स्थानिक बीमारी बनने की ओर है। इसका मतलब है कि यह समाप्त नहीं होगा। लेकिन हमें यह सीखना होगा कि इसका इलाज कैसे किया जाए और इससे खुद को कैसे बचाया जाए।
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अभी संक्रमण को रोकने और इसकी चपेट में आने वालों की संख्या को कम करने की आवश्यकता है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो नए रूप में वेरिएंट अप्रत्याशित रूप से सामने आएंगे। सुश्री वुजनोविक ने कहा कि प्रमाण दर्शाते हैं कि ओमिक्रोन वेरिएंट अन्य की तुलना में कम गंभीर है लेकिन इसके खतरों को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए और मानवता को इसे लेकर कोई कोताही बरतना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा अब इस बात के सबूत हैं कि ओमिक्रोन (पिछले वैरिएंट) की तुलना में कम घातक लगता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। कोरोना वायरस संक्रमण के बहुत गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
यह भी पढ़ेः उत्तर कोरिया ने चौथी बार दागी मिसाइल, दक्षिण कोरिया और जापान की बढ़ी चिंता
सुश्री वुजनोविक ने कहा टीकाकरण के अलावा, अब अन्य सुरक्षा उपायों का भी पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है जिनमें फेस मास्क पहनना और नियमित अंतराल पर इसे बदलना, कमरों को हवादार करना और सीमित स्थानों में लोगों की भीड़ से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। इस बीच, रूस में रविवार को पिछले 24 घंटों में कोरोनो वायरस संक्रमण के 27,179 नए मामले दर्ज किए, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 10,774,304 हो गई है। रूस में इस संक्रमण से 723 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 320,634 हो गई है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)