मुरादाबाद: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की घटना के विरोध में गुरुवार को उद्धव बाला साहेब ठाकरे के तत्वावधान में शिव सेना ने जिला प्रमुख वीरेंद्र अरोड़ा (Virendra Arora) के नेतृत्व में कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर उत्तर प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर की दोबारा जांच कराने और पेपर माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
युवाओं से ही भारत बनेगा महाशक्ति
जिला प्रमुख वीरेंद्र अरोड़ा ने कहा कि आज हमारा देश भारत एक युवा देश कहा जाता है। आने वाले दो दशकों में भारत में मौजूद युवा आबादी का 65 फीसदी यानी करीब 4 करोड़ ग्रेजुएट युवा होंगे। वे भारत को आर्थिक और वैश्विक महाशक्ति बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं। इन सभी अवसरों के बावजूद, भारत में बढ़ती बेरोजगारी दर, जो आज लगभग 7.71 प्रतिशत है, युवाओं और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रही है। जहां एक ओर सरकारें युवाओं को शिक्षित और प्रशिक्षित कर देश और उनके भविष्य को संवारने का संकल्प लेती हैं, वहीं दूसरी ओर आए दिन पेपर लीक जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। राज्य के सरकारी कॉलेजों की हालत खराब है, जहां युवाओं को उचित शिक्षा और प्रशिक्षण नहीं मिलेगा तो नौकरी कहां से मिलेगी।
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वीरेंद्र अरोड़ा ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी और प्रशिक्षण की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती के 60 हजार पदों के लिए करीब 48 लाख अभ्यर्थियों ने पेपर दिया था। अब जगह-जगह पेपर लीक होने और सॉल्वर गैंग द्वारा पेपर सॉल्व करने के कारण इस पुलिस परीक्षा के पेपर का कोई औचित्य नहीं रह गया है और इन 48 लाख युवाओं का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। देश और युवाओं के हित में, शिव सेना इन सभी छात्रों की पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर दोबारा आयोजित करने की मांग का समर्थन करती है और आपसे मांग करती है कि पेपर माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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