वाराणसीः जिले के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र अन्तर्गत मुंशी घाट स्थित एक मकान में गुरूवार को किराए के मकान में रहने वाले चाय विक्रेता और उसके बेटे के साथ नाती के शव मिलने से सनसनी फैल गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार चाय विक्रेता जनार्दन तिवारी (67) मुंशीघाट निवासी प्रभु साहनी के मकान में किराए पर रहता था। जनार्दन तिवारी के साथ उसके दो बेटे भी रहते थे। जोकि घाटों पर चाय बेचकर गुजर बसर करते थे। जर्नादन तिवारी का अपने एक बेटे अश्विनी तिवारी (30) से रोजाना झगड़ा होता था। कुछ दिनों पहले ही जनार्दन तिवारी का नाती दीपू (8) भी अपने नाना के घर आया हुआ था। गुरूवार सुबह जब काफी देर तक जनार्दन और उनका बेटा अश्विनी कमरे से बाहर नहीं निकले तो पड़ोसियों ने काफी आवाज दी। लेकिन कोई प्रतिक्रिया न होने पर अनहोनी की आशंका के चलते मकान मालिक के साथ घटना की सूचना पुलिस को दी।
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मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरा खुलवाया तो जनार्दन तिवारी, उसका बेटा अश्विनी और नाती दीपू के शव पड़े मिले। तीनों के शरीर नीले पड़े हुए थे और मुंह से झाग निकल रहा था। ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि तीनों ने विषाक्त पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी है। दशाश्वमेध एसीपी के अनुसार मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। घटना की जांच की जा रही है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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