पिथौरागढ़ः इंद्र देव का प्रकोप अभी भी पर्वतीय क्षेत्र के निवासियों पर जारी है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के कई क्षेत्रों में जहां भारी बारिश हो रही है वहीं आज सुबह-सुबह धारचूला के खोतिला में बादल फट गया है। बदल फटने से भारत-नेपाल सीमा पर तबाही मच गई है। हालात ये हैं कि दर्जनों घर काली नदी में समा गए हैं। यही नहीं वाहनों के साथ ही कई भवनों व मवेशियों आदि को काफी नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा तबाही भारत के खोतिला गांव में हुई है। हालांकि एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
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बताया जा रहा है कि अभी तक एक महिला के लापता होने की सूचना है। काली नदी भी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है। खोतिला में पुल बह गया। सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन, राजस्व दल, एसडीआरएफ, पुलिस राहत कार्य मे जुटे है। हैलीकॉप्टर से राहत सामग्री खोतिला पहुचाई जा रही है। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया जा रहा है। धारचूला मल्ली बाजार से भी सूचना मिल रही है कि वहां पर भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है।
50 से अधिक मकान जलमग्न
वहीं नेपाल के लास्कु इलाके में भी बादल फटने की बात कही है। इससे वहां भी काफी नुकसान हुआ है। इसमें कई घर जमीदोंज होने की बात सामने आ रही है। खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में लगभग दो किमी लंबी झील बनने से खोतिला के नदी किनारे स्थित व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गए। मौसम को देखते ग्रामीण सजग थे व्यासनगर के ग्रामीणों में मल्ला खोतिला की तरफ दौड़ लगा दी। एक महिला जान बचाने को मकान की छत पर चली गई, जिसे लापता माना जा रहा था।
नेपाल में फटा बादल, भारत में दिखा असर
पिथौरागढ़ के आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेन्द्र महर ने बताया कि शुक्रवार-शनिवार रात 3 बजे के करीब नेपाल के दार्चुला ज़िले में बादल फटा, जिसका असर भारत के इलाकों में भी देखने को मिला। विभाग के मुताबिक एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राजस्व पुलिस के साथ ही रेगुलर पुलिस को आपदा प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। साथ ही नुकसान का आंकलन भी किया जा रहा है। एसडीएम धारचूला के अलावा ज़िले के 2 अन्य एसडीएम को भी मैज्ञके पर भेजा जा रहा है।
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