कोलंबोः श्रीलंका में आर्थिक संकट मुसीबत बन गया है और हालात बेकाबू हो गये हैं। आर्थिक स्थितियों से परेशान सैकड़ों लोगों की भीड़ ने राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के आवास में जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया। इस पर पुलिस को गोलीबारी करनी पड़ी, जिसमें दस लोग घायल हो गए हैं। श्रीलंका में लगातार बढ़ती महंगाई और कम होती आवश्यक वस्तुओं ने लोगों में गुस्सा बढ़ा दिया है।
इस मसले पर श्रीलंका सरकार के रवैये को लेकर भी आक्रोश है। लगातार प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं। कोलंबो में तो एक दिन के लिए कर्फ्यू तक लगाना पड़ा था। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने राजधानी कोलंबो में उनके आवास पर धावा बोल दिया। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस ने पहले आंसू गैस छोड़ी और पानी की बौछारें कीं। इतने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस को गोली चलानी पड़ी। इसमें कम से कम दस लोगों के घायल होने की खबर है।
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प्रदर्शन के वक्त राजपक्षे अपने आवास पर नहीं थे। राष्ट्रपति निवास के आसपास के इलाकों में आगजनी के बाद वाहनों का मलबा पड़ा नजर आया। श्रीलंका में ईंधन की भारी किल्लत हो गई है। पेट्रोल पंपों पर डीजल नहीं मिलने के कारण सार्वजनिक बसों व अन्य वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। श्रीलंका की सरकारी बिजली कंपनी ने जनरेटरों के लिए बिजली नहीं मिलने से 12 घंटे की कटौती शुरू कर दी है। यह देश के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी कटौती है।
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