लखनऊः उत्तर प्रदेश में विश्वविख्यात स्वीडिश कम्पनी आईकिया ने नोएडा में साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये के निवेश और 850 करोड़ की जमीन खरीद करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इससे केवल जमीन की बिक्री की स्टाम्प ड्यूटी से ही प्रदेश को 56 करोड़ का राजस्व मिलेगा। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को आईकिया के साथ नोएडा अथॉरिटी के वर्चुअल एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी यूपी निवेश लाने में सफल रहा। देश का सबसे बड़ा बाजार उत्तर प्रदेश में है। निवेशकों के लिए बनाई पारदर्शी नीतियों का लाभ धरातल पर नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जताई कि आईकिया देश के सबसे महत्वपूर्ण स्थल नोएडा में इस निवेश को मूर्त रूप देने जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का न केवल आबादी की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है बल्कि देश के सबसे अधिक युवा भी उत्तर प्रदेश में हैं। देश का सबसे बड़ा बाजार भी उत्तर प्रदेश है। उन्होंने कहा कि भारत के अंदर निवेश की जो सबसे अधिक संभावनाओं वाला क्षेत्र है वह नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी क्षेत्र है। इस क्षेत्र में दुनिया के सबसे अच्छे निवेश के लिए हमारे पास निरंतर प्रस्ताव आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही थी, उस समय हम लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की आबादी को इसके संक्रमण से बचाने में सफलता प्राप्त की और अपने स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर न केवल प्रदेश के अन्य हिस्सों बल्कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश को आमंत्रित करने में हम सफल हुए।
यह भी पढ़ें-भारत की बेटी संभाल रही थी मंगल पर नासा के रोवर…
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईकिया अपने आप में एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है, जिसे महिला सशक्तीकरण, बाल विकास सहित सामाजिक योजनाओं के क्षेत्र में भी महारत हासिल है। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि लगभग 5500 करोड़ों रुपये के इस निवेश के साथ ही लगभग 850 करोड़ रुपये की लागत से नोएडा की भूमि हस्तांतरण से सम्बन्धित कार्रवाई भी प्रारंभ हो रही है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के अन्दर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार की संभावनाओं को भी आगे बढ़ाने में काफी बड़ी मदद करेगा। आईकिया जन सामान्य के लिए क्षेत्र में न केवल शॉपिंग मॉल, होटल, ऑफिस, रिटेल आउटलेट आदि के निर्माण की कार्रवाई एक समय सीमा के अंदर करेगा बल्कि आने वाले समय में प्रदेश के अन्य शहरों में भी निवेश की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में भी अपना योगदान देगा।