शिमला: हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी और मैदानी इलाकों की बारिश ने शीतलहर को बढ़ा दिया है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और शिमला जिलों के ऊंचे भागों में हिमपात हुआ है, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है। बर्फबारी से शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों का पारा माइनस में पहुंच गया है।
लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां शुक्रवार को न्यूनतम तापमान -3.5, कुकुमसेरी में -1.5, कल्पा में -0.4 और नारकंडा में -0.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसके अलावा सराहन में 1.5, डल्हौजी में 1.9, कुफरी में 2.2, मनाली में 2.6, रिकांगपिओ में 2.9, सोलन में 3.6, शिमला में 5.6 और ऊना में 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
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मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि पर्वतीय क्षेत्रों में 11 फरवरी को भी बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। लेकिन 12 से 16 फरवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने वाला है। बीते 24 घण्टों के दौरान कोकसर में 41 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। इसके अलावा कोठी में 35, गोंडला में 25, केलांग में 23, कुकमसेरी में 21, उदयपुर में 17, कल्पा में 07 और खदराला में 03 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।
लाहौल स्पीति जिला में भारी बर्फबारी का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। बर्फबारी से मनाली-केलंग-दारचा, तांदी से तिन्दी सहित जिले की सभी सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। भारी बर्फबारी से जिले के कई हिस्सों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन द्वारा लोगों को एहतियात बरतने की सलाह देते हुए घरों से दूर न जाने की सलाह दी गई है।
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