नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी का नाम लिए बगैर उन पर भ्रष्टाचार और माफिया को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अगर घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो वैक्सीन रास्ते में ही बिक जाती और आम जनता कोरोना की गिरफ्त में आकर पिस जाती।
दूसरे चरण के मतदान के लिए भाजपा के प्रचार अभियान के तहत सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली सपा सरकार पर परिवारवाद, भ्रष्टाचार, माफिया को संरक्षण देने और वादे न पूरे करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने दंगाइयों पर नकेल कसी है और राज्य के विकास को नई दिशा और गति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि गरीबों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त लगने में दिक्कत ना हो, इसके लिए सूबे में भाजपा सरकार जरूरी है।
उन्होंने सपा पर हमले की धार को तेज करते हुए कहा कि वे इन दिनों देख रहे हैं कि घोर परिवारवादी पार्टी जनता से लगातार खोखले वादे कर रही है, लेकिन प्रदेश की जनता इनके पुराने कारनामों को याद करके फिर से कभी उनको सत्ता में आने देने वाली नहीं है। उसका कारण है परिवारवाद। वे परिवार से कभी बाहर नहीं निकले और न जनता की चिंता की। सब कुछ माफियाओं के भरोसे चलाते रहना ही उनका काम था। इन लोगों ने शहरों को 22 घंटे और गांवों को 20 घंटे बजली देने की बात कही थी, ऐसे वादे किए थे। उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा और अपने परिवार और जिले को रोशन किया। नतीजतन, परिवारवादी सोच में बिजली भी वहीं पर अटक कर रह गई।
प्रधानमंत्री ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों की फेहरिस्त गिनाते हुए कहा कि योगी की सरकार राज्य के अलग-अलग जिलों को अच्छी सड़कों से जोड़ रही है, कनेक्टिविटी बढ़ा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, दिल्ली-सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट सहित कई परियोजनाओं पर इतनी तेजी से इतने बड़े-बड़े काम पहले कभी नहीं हुए।
मोदी ने गन्ना किसानों याद दिलाया कि उन्हें जितना पैसा, पहले की सरकारों को 10 साल में मिला था उससे ज्यादा राशि योगी सरकार ने उन्हें दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ही है, जिसने गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा का भुगतान किया है।
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उन्होंने पूर्व की सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए उन पर गन्ना किसानों की अनदेखी का भी आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए, तो भी भारत मे चीनी कारखाने चीनी की पैदावार से डरते हैं,कारखाने बंद करते हैं, गन्ना किसान को परेशानी होती है। उन्होंने इसका समाधान बताते हुए कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए हमारी सरकार एक बड़े विजन के साथ स्थायी उपाय के रास्ते पर इस पूरे क्षेत्र को ले जाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में प्रदेश को 12 हजार करोड़ रुपये गन्ने से बने एथेनॉल से मिले हैं, जो प्रदेश के काम आ रहे हैं, गन्ना किसान को सुरक्षा दे रहे हैं। उन्होंने किसानों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि हमारे गन्ना किसान भाइयों मेरे शब्द लिखकर रखिये, आने वाले दिनों में ये मामला 12 हजार करोड़ पर अटकने वाला नहीं है, ये राशि और बढ़ने वाली है। इससे गन्ना किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी और उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान निकलेगा।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था सुधरने पर प्रदेश में, निवेशकों में एक बार फिर औद्योगिक विकास का विश्वास आया है। योगी सरकार उत्तर प्रदेश के हर जिले, हर क्षेत्र की ताकत, वहां की विशेषता को पहचानकर, उसे बढ़ाने में जुटी है। इसी को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना शुरू की है। प्रधानमंत्री ने पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए कहा कि भाजपा सरकार का ये इतिहास है, ये परंपरा है कि भाजपा सरकार जो संकल्प लेती है उसे पूरा करके दिखाती है।
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