नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ऑक्सीजन संकट पर गुरुवार को हाईलेवल बैठककर हालात की समीक्षा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कारखानों से ऑक्सीजन पहुंचाने में ट्रांसपोर्टेशन व्यवस्था में तेजी लाई जाए। समय की बचत के लिए खाली टैंकरों को एयरलिफ्ट कराया जाए। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों को ऑक्सीजन की जमाखोरी रोकने की दिशा में काम करने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई में बाधा उत्पन्न होने पर स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने ऑक्सीजन प्रोडक्शन बढ़ाने, वितरण व्यवस्था को तेज करने और अस्पतालों तक इसकी पहुंच को आसान बनाने के लिए कुछ लीक से हटकर कार्य करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि ऑक्सीजन की मांग के अनुरूप आपूर्ति के लिए राज्यों के साथ समन्वय किया जा रहा है। प्रधानमंत्री को बताया गया कि कैसे राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाई जा रही है। कुल 20 राज्यों की ओर से 6,785 मीट्रिक टन प्रतिदिन डिमांड की तुलना में 21 अप्रैल तक 6,822 मीट्रिक टन प्रतिदिन आवंटित की गयी है।
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समीक्षा के दौरान यह पता चला कि पिछले कुछ दिनों से देश में 3,300 मीट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन उपलब्धता प्राइवेट एंड पब्लिक स्टील प्लांट, इंडस्ट्रीज और ऑक्सीजन मैन्युफैक्चर्स की ओर से बढ़ी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अफसरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध तरीके से हो। उन्होंने अवरोध के मामलों में स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी तय करने पर जोर दिया। उन्होंने मंत्रालय को ऑक्सीजन के उत्पादन और आपूर्ति बढ़ाने के लिए नए उपायों पर जोर देने के लिए कहा। प्रधानमंत्री मोदी को बताया गया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए टैंकरों को ढोने में रेलवे की ओर से नॉनस्टाप परिवहन सुविधा संचालित की जा रही है।