इंदौरः इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने प्रदेश सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट के बेटे और उनके पूरे परिवार पर रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने जैसा संगीन आरोप लगाया है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर मे इंदौर के सक्रिय कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने मीडिया को सनसनीखेज बयान देते हुए सरकार व प्रशासन पर सवाल उठाये हैं। कांग्रेस विधायक के आरोपों के बाद अब राजनीति तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस विधायक के बयान की निंदा की है वहीं मंत्री सिलावट ने भी विधायक संजय शुक्ला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मंत्री तुलसी सिलावट ने गुरुवार को कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के आरोप को बेबुनियाद, निराधार और असत्य बताते हुए कहा कि मैं संजय शुक्ला को मानहानि का नोटिस दूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ओछी और घृणा की राजनीति कर रहे हैं। मंत्री सिलावट ने उनको महापौर बनने के सपने आ रहे हैं, लेकिन ये सपने कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने साफ कहा कि मुझे उनके आरोप-प्रत्यारोप और प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। मुझे मेरी जनता ने प्रमाण दे रखा है। इससे बड़े प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं है। मंत्री सिलावट ने कहा कि मैं सेवा करने के लिए आया हूं और मेरा संकल्प है कि मैं अपना काम पूरा करूं। मुझे इनके प्रमाण की जरूरत नहीं। मुझे मेरी माता बहनों और बुजुर्गों के प्रमाण-पत्र की आवश्यकता है।
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बता दें कि कांग्रेस विधायक ने मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के पुत्र चिंटू सिलावट और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाये और कहा कि ये लोग महंगे व आवश्यक इंजेक्शन बेच रहे हैं और दूसरी तरफ मंत्री जी घर में चूड़ियां पहन कर बैठे हुए हैं।