लखनऊः प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि ’75 वंडर्स ऑफ उत्तर प्रदेश’ की थीम पर एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) की ब्रांडिंग होगी।
ओडीओपी प्रोडक्ट हर घर तक पहुंचे, इसके लिए पूरे प्रदेश में ओडीओपी उपभोक्ता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही उत्तर प्रदेश सहित देश के प्रसिद्ध स्थलों, एयरपोर्ट, लोक भवन, यूपी सदन एवं बड़े-बड़े पार्कों पर होर्डिंग तथा सरकारी वाहनों पर स्टीकर लगाकर ओडीओपी का बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। श्री सिंह गुरुवार 14 जनवरी को खादी भवन में ओडीओपी की नई ब्रांडिंग रणनीति पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पावर ऑफ ब्रांडिंग के तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों के ओडीओपी उत्पादों को वाहनों में डिस्प्ले कर अलग-अलग शहरों में प्रदर्शित किया जाएगा। ओडीओपी योजना की सफलता पर आधारित लघु फिल्में निर्मित कराकर मेलों, प्रदर्शनियों, सरकारी समारोह आदि आयोजनों में इनको एलईडी के माध्यम से प्रसारित कराया जायेगा।
श्री सिंह ने निर्देश भी दिए कि लखनऊ में हजरतगंज चैराहे (अटल चैराहा), लोहिया पार्क, जनेश्वर मिश्र पार्क, रिवर फ्रंट पर कट-आउट लगाकर ओडीओपी का प्रमोशन किया जाए। साथ ही ओडीओपी से जुड़ी यूनीक स्टोरी भी प्रत्येक ओडीओपी उत्पादों के साथ उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जाए, इससे ओडीओपी के प्रति लोगों का भावनात्मक जुड़ाव होगा और हस्तशिल्पियों एवं कारीगरों को बड़ा बाजार मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि ओडीओपी उत्पादों के परिवहन के लिए उत्पादों की पैकेजिंग और अधिक बेहतर बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। श्री सिंह ने कहा कि ओडीओपी योजना आने के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन हुआ है। पहले की अपेक्षा कारीगर अपना घरबार छोड़कर बाहर नहीं गए हैं। आगे भी यही प्रक्रिया जारी रहेगी।
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उन्होंने कहा कि पारम्परिक कारीगरों का कारोबार बढ़ने से प्रदेश की जीडीपी जहां ग्रोथ कर रही है, वहीं अर्थव्यवस्था पर अनुकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नई रणनीति के तहत ओडीओपी को बढ़ावा देने के लिए कारीगरों को उत्पादों की अहमियत के बारे में जानकारी दी जाएगी। उपभोक्ता और उद्यमी की कड़ी को मजबूत किया जाएगा।