काठमांडूः भारत से चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद नेपाल सरकार ने देश में चावल की कमी से बचने के लिए कूटनीतिक पहल करते हुए भारत से चावल, धान और चीनी खरीदने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आवश्यक वस्तुओं की खरीद का फैसला लिया गया है ताकि आने वाले त्योहारों के दौरान देश में अनाज और खाद्य सामग्री की कमी न हो।
कैबिनेट बैठक में लिए गए ये फैसले
कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए सरकार की प्रवक्ता और सूचना एवं संचार मंत्री रेखा शर्मा ने बताया कि सरकार ने भारत से 10 लाख मीट्रिक टन धान, 1 लाख मीट्रिक टन चावल और 50 हजार मीट्रिक टन चीनी खरीदने का फैसला किया है। इसके लिए उद्योग, वाणिज्य एवं आपूर्ति मंत्रालय को जरूरी कदम उठाने को कहा गया है।
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आम आदमी को चिंता करने की जरूरत नहींः प्रवक्ता
भारत द्वारा चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद देश में चावल की कीमतों में बढ़ोतरी की खबरों के बीच सरकार ने यह फैसला लिया है। सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने कहा कि देश में फिलहाल तीन महीने के लिए चावल का भंडार है, इसलिए आम आदमी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह खरीद का फैसला आने वाले दशहरा त्योहार को देखते हुए लिया गया है, ताकि तीन महीने बाद भी देश में खाद्यान्न की कमी न हो।
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