Maha Kumbh 2025 : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को महाकुंभ की नवीनता और भव्यता का दिव्य एहसास कराना चाहती है। इसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार का महाकुंभ अब तक के सभी कुंभों से अधिक अलौकिक होने जा रहा है। संगम क्षेत्र में पहली बार निषादराज की मौजूदगी इसका उदाहरण है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले वाराणसी से प्रयागराज के लिए रवाना हो चुका है।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने निषादराज क्रूज को अपने कब्जे में लेकर वाराणसी से प्रयागराज के लिए रवाना कर दिया है। इसके साथ ही इसकी व्यवस्था में लगी टीम को भी तत्काल प्रभाव से सक्रिय कर दिया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इस क्रूज की अगवानी के लिए नैनी ब्रिज के पीछे कस्तूरबा समेत दो वीआईपी वाहन विधिवत तैनात किए गए हैं। वाराणसी प्रशासन मेला प्राधिकरण के साथ मिलकर तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है।
Maha Kumbh 2025 : क्रूज की सवारी करेंगे मोदी
देश और दुनिया की निगाहें इस समय महाकुंभ पर टिकी हैं। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम भी यहां प्रस्तावित है। पीएम मोदी श्रृंगवेरपुर धाम में भगवान राम और निषादराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे उच्च सुविधाओं से युक्त निषादराज क्रूज पर सवार होकर अरैल से संगम आएंगे। यहां पीएम मोदी मां गंगा का दर्शन कर और संगम में स्नान कर कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। उसके बाद गंगा आरती की योजना बनाई गई है, जिसके बाद वे बड़े हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन भी करेंगे। परेड स्थित बैठक स्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश-दुनिया के प्रसिद्ध संतों से भी मुलाकात करेंगे।
मेला प्राधिकरण और वाराणसी प्रशासन के बीच समन्वय
अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त निषादराज क्रूज को वाराणसी से प्रयागराज लाने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सभी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। क्रूज को लेकर मेला प्राधिकरण और वाराणसी प्रशासन के बीच लगातार समन्वय बना हुआ है। वाराणसी प्रशासन ने क्रूज को प्रयागराज की ओर रवाना कर दिया है।
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क्रूज की राह में आने वाली हर बाधा दूर
विशेष सुविधाओं से युक्त लग्जरी क्रूज निषादराज के जल्द ही प्रयागराज पहुंचने की संभावना है। अभी यह वाराणसी और प्रयागराज के बीच स्थित सीतामढ़ी पहुंचा है। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए यह क्रूज खास तौर पर रोमांचकारी साबित होगा। इसके गुजरने के लिए कम से कम 100 फीट का रास्ता चाहिए। इसलिए इस बात की व्यवस्था की जा रही है कि क्रूज को यहां तक पहुंचने में किसी तरह की बाधा का सामना न करना पड़े। निषादराज क्रूज के साथ एक और बड़ा जहाज भी तैनात किया गया है, जो इसे यहां तक लाने में मदद कर रहा है।
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