हुड्डा सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक मेट्रो परियोजना को मिली केंद्री की हरी झंडी

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चंडीगढ़ः हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि पीएम गति शक्ति परियोजना के तहत गुरुग्राम हुडा सिटी सेंटर से साइबर सिटी के बीच 28.5 किमी लंबी मेट्रो परियोजना को पीआईबी ने अनुमोदित कर दिया है। अब यह परियोजना सरकार के अनुमोदन के लिए अंतिम चरण में है।

मुख्य सचिव शुक्रवार को चंडीगढ़ में हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के निदेशक मंडल की बैठक अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में मास रैपिड ट्रांसपोर्ट गुरुग्राम की राज्य में चल रही मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि इस वर्ष के हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बजट में तीन परियोजनाओं की घोषणा की है। इनमें रेजांगला चौक से नई दिल्ली वाया द्वारका सेक्टर-21 (8.4 किमी), ग्लोबल सिटी और मानेसर के बीच इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक मेट्रो लिंक (35 किमी), हरियाणा ऑर्बिटल रेल नेटवर्क और कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए दक्षिण पेरीफेरल रोड से बहादुरगढ़ असौधा वाया पंचगाव मेट्रो लिंक (8.2 किलोमीटर) का विस्तार शामिल है। इन परियोजनाओं को लागू करने के लिए विभिन्न चरणों में कार्य किया जा रहा है।

मुख्य सचिव ने कहा कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जोड़ने के लिए रेजांगला चौक से वाया द्वारका सेक्टर-21 तक की एक ओर परियोजना भी आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय भारत सरकार को भेजी गई है। इसके लिए नवंबर 2022 में एमओयू हुआ है। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे के साथ फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी वाया डबल डेकर बनाने के लिए भी विचार किया जाएगा। सराय काले खां-शाहजहांपुर, नीमराना-बहरोर और सराय काले खां-पानीपत तक आरआरटीएस कॉरिडोर डीपीआर की भी मंजूरी प्रदान करने के लिए भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि गुरुग्राम मेट्रो ने इस वित्तीय वर्ष में पिछले 11 महीनों की तुलना में महत्वपूर्ण राजस्व वृद्धि की है। वर्ष 2022-23 में फरवरी तक 40.3 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है, जबकि पिछले वर्ष की अवधि में कुल 8.1 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया है जो की तुलना में 403 प्रतिशत अधिक है। यह यात्रियों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ अन्य वाणिज्यिक और विपणन गतिविधियां विज्ञापनों, स्थानों, किराये आदि की ई-नीलामी से ही राजस्व में वृद्धि हुई है।

एचएमआरटीसी परियोजनाओं की प्रगति के साथ बेहतर राजस्व उपलब्धि की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने कारपोरेशन में नए तरीकों और साधनों का भी पता लगाने के लिए भी हिदायतें दी। इनमे रियायती किराए का अध्ययन करना, अंतिम स्थल तक कनेक्टिविटी प्रदान करके यात्रियों की संख्या में वृद्धि करने, पार्किंग स्थल विकसित करने, विज्ञापनों की नीलामी तथा पीपीपी मॉडल पर किराये के स्थलों का विकास करके अधिक राजस्व अर्जित करने पर भी बल देना शामिल है।

बैठक में मेट्रोपोलियन डेवलपमेंट अथॉरिटी गुरुग्राम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, प्रबंध निदेशक एचएसआईडीसी विकास गुप्ता, निदेशक टाउन एवं कंट्री प्लानिंग, टी एल सत्यप्रकाश, एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक अजीत बाला जोशी, ट्रांसपोर्ट कमीशनर यशेन्द्र सिंह, सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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