बेगूसरायः बिहार के भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी से मुलाकात के बाद जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष बेगूसराय के बीहट निवासी कन्हैया कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती है। दिल्ली की एक कोर्ट द्वारा देशद्रोह के मामले को लेकर कन्हैया कुमार समेत दस आरोपियों को 15 मार्च को कोर्ट में हाजिर होने के लिए सम्मन जारी किया गया है।
अपने गृह लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय से गिरिराज सिंह के विरुद्ध चुनाव लड़ने वाले कन्हैया कुमार पर आरोप है कि नौ फरवरी 2016 को संसद भवन पर हमले के आरोपी अफजल गुरू की बरसी पर उसके नेतृत्व में जेएनयू कैंपस में देशद्रोही नारे लगाए गए थे। जेएनयू कैंपस में इस नारेबाजी का वीडियो सामने आने के बाद तत्कालीन अध्यक्ष कन्हैया कुमार को आरोपी बनाया गया तथा वर्तमान में वे जमानत पर चल रहे हैं। कन्हैया कुमार समेत सभी आरोपियों पर धारा 120-बी, 124-ए, 143, 149, 147, 323, 465 एवं 471 के तहत दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर किया तथा सम्मन जारी किया गया है।
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इधर, कन्हैया कुमार के विरुद्ध सम्मन जारी होने पर एक बार फिर बेगूसराय में सरगर्मी काफी तेज हो गई है तथा चर्चाओं का दौर चल रहा है। इस संबंध में वामपंथ से जुड़े विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता का कहना है कि मामला कोर्ट में चल रहा है। लेकिन इतने दिनों से सब कुछ ठीक-ठाक था, जब कन्हैया ने जदयू के प्रदेश नेतृत्व से मुलाकात की है तो भाजपा ने साजिश के तहत सम्मन जारी कराया है। लेकिन हम और हमारे नेता इससे डरने वाले नहीं हैं, कोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।