टेक

IT सेक्टर खो रहा है अपनी ताकत, एक साल में 70 हजार कर्मचारियों को निकाला

layoff-news

नई दिल्ली: भारत के आईटी सेवा क्षेत्र में धीमी राजस्व वृद्धि के बीच प्रमुख आईटी कंपनियों ने पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 70 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), विप्रो और टेक महिंद्रा समेत अन्य कंपनियों ने वित्त वर्ष 2023-24 में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की।

इन बड़ी कंपनियों में छंटनी

इंफोसिस ने 25,994 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, जबकि टीसीएस ने 13,249 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला। आईटी दिग्गज विप्रो ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में 6,180 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। पूरे वर्ष में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में 24,516 की गिरावट आई। वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंत में टेक महिंद्रा के कर्मचारियों की कुल संख्या 1,45,455 थी। चौथी तिमाही में 795 और पूरे साल में 6,945 की कमी आई।

यह भी पढ़ें-स्नैपचैट 422 मिलियन दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं तक पहुंचा, पढ़ें पूरी खबर

क्या कहती है क्रिसिल रेटिंग्स की लेटेस्ट रिपोर्ट

क्रिसिल रेटिंग्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में आईटी सेवा क्षेत्र में लगातार दूसरे साल धीमी राजस्व वृद्धि देखने की संभावना है, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 में पांच-सात प्रतिशत होगी। जैसे ही राजस्व वृद्धि धीमी हुई, आईटी सेवा कंपनियों ने नियुक्तियां रोक दीं, जिससे दिसंबर 2023 में एक साल पहले की तुलना में कर्मचारियों की संख्या में चार प्रतिशत की गिरावट आई। क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक, आदित्य झावेर ने कहा कि प्रौद्योगिकी खर्च में मंदी इस वित्तीय वर्ष में जारी रहेगी, जिसका असर आईटी सेवा प्रदाताओं की राजस्व वृद्धि पर पड़ेगा। उन्होंने कहा, "बीएफएसआई और खुदरा क्षेत्रों से राजस्व में चार-पांच फीसदी की धीमी वृद्धि के साथ गिरावट जारी रहेगी, जबकि विनिर्माण और स्वास्थ्य सेवा 9-10 फीसदी की अच्छी दर से बढ़ेगी।"

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)