JJP Mla Resigns , चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे प्रदेश में चुनावी हलचल तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। सूबे में सभी 90 सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होंगे और 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। उधर चुनावों की घोषणा के साथ ही जननायक जनता पार्टी (JJP) में भगदड़ मच गई है। पिछले तीन में 5 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
तीन दिनों में 5 विधायकों ने छोड़ी पार्टी
यह सब ऐसे समय में हुआ है, जब पार्टी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। पार्टी छोड़ने वाले विधायकों में देवेंद्र बबली, ईश्वर सिंह, अनूप धानक, रामकरण काला और जोगीराम सिहाग शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक पार्टी से नाराज थे। पार्टी के पांच विधायकों के इस्तीफा देने के साथ ही जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) की मुश्किलें अब बढ़ गई।
इतना नहीं अभी दो से तीन और विधायकों के पार्टी छोड़ने की संभावना है। बताया जा रहा है कि इस्तीफा देने वाले रामकरण काला, ईश्वर सिंह और देवेंद्र बबली जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। जबकि अनूप धानक भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जोगीराम सिहाग किस ओर रुख करेंगे इसके पत्ते अभी नहीं खुल सके हैं।
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BJP ने JJP के साथ मिलकर बनाई थी सरकार
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में JJP ने 10 सीटें जीतकर भाजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। पार्टी प्रमुख दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएण बने थे। हालांकि, लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और जेजेपी की राहें अलग हो गई थीं। दोनों पार्टियों ने अपने-अपने दम पर चुनाव लड़ा था।
1 अक्टूर को होंगे मतदान
बता दें कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 1 अक्टूबर को चुनाव होंगे और 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। राज्य की 90 में से 73 सीटें सामान्य होंगी और 17 सीटें एससी के लिए आरक्षित की गई हैं। चुनाव को लेकर 5 सितंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी, नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर होगी और उम्मीदवार 16 सितंबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे।
राज्य में 20 हजार 629 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इसमें 360 मॉडल बूथ होंगे। आयोग ने यह भी बताया कि राज्य में 2 करोड़ 1 लाख मतदाता हैं। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही हर पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों पर विचार करना शुरू कर दिया है। चुनाव प्रचार के लिए रणनीति बननी शुरू हो गई है। राज्य में असली मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही देखने को मिल रहा है।