Uttrakhand: हल्द्वानी में हिसां के दौरान बनभूलपुरा में बड़ी संख्या में पेट्रोल बम (petrol bomb) का इस्तेमाल किया गया। ये पेट्रोल बम पुलिसकर्मियों को टारगेट कर उन पर फेंके गए।हिंसा के दौरान पत्थरबाजी के साथ आगजनी से माहौल खराब हो गया था। दंगाइयों को गिरफ्तार करने के साथ ही भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने शहर के पेट्रोल पंपों को भी जांच के दायरे में लिया है। हिंसा के दौरान आगजनी और पेट्रोल बम बनाने के लिए ईंधन कब और कहां-कहां से खरीदा गया, इसकी जांच की जा रही है। सभी पेट्रोल पंपों की उपद्रव से सात दिन पहले से लेकर उपद्रव वाले दिन तक की फुटेज खंगाली जा रही है।
बताया जा रहा है कि, बीती 8 फरवरी को बनभूलपुरा हिंसा में पथराव के साथ-साथ क्षेत्र में आगजनी भी हुई थी। उपद्रवियों ने पेट्रोल बमों का भी इस्तेमाल किया था। बनभूलपुरा थाने को फूंकने में भी इनका इस्तेमाल किया था।उपद्रवियों ने क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में वाहनों को जलाकर हिंसा भड़काई। ऐसे में इतनी बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ उपद्रवियों के पास कब और कैसे पहुंचा, यह पुलिस जांच का अहम हिस्सा है। इसकी जांच के लिए पुलिस ने शहर भर के पेट्रोल पंप जांच के दायरे में लिए हैं।
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सूत्रों के मुताबिक, हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के कुछ परिचितों के पेट्रोल पंप संचालित होने का इनपुट भी पुलिस को मिला है। इस पहलू को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
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