रायपुर: रायगढ़ में भगवान परशुराम के प्राकट्य दिवस पर मंगलवार देर शाम को शहर के विप्र समाज की ओर से भव्य शोभायात्रा (Grand Procession) निकाली गई। बाजे-गाजे व आकर्षक झांकियों (tableau) के साथ निकली भव्य शोभायात्रा (Grand Procession) ने शहर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण किया। इस दौरान शोभायात्रा जगह-जगह स्वागत किया गया और शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को शीतल पेय पदार्थ पिलाया गया। शहर भ्रमण के बाद शोभायात्रा पुन: मंदिर परिसर पहुंची, जहां विशाल भंडारा लगा, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
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वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी अक्षय तृतीया को भगवान परशुराम के प्राकट्य दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान विष्णु ने परशुराम के रूप में छठा अवतार लिया था। शहर के विप्र समाज ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाने के लिए व्यापक तैयारी की थी। भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर मंगलवार को सुबह हंडी चौक स्थित परशुराम मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। शाम 5 बजे से ही विप्र समाज के लोग मंदिर में जुटने लगे थे। यहां एक बार फिर भगवान परशुराम की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर शोभायात्रा प्रारंभ की गई। शोभायात्रा में एक वाहन को आकर्षक रथ का रूप दिया गया था, जिस पर भगवान परशुराम की फोटो विराजमान थी। साथ ही भगवान परशुराम की जीवंत झांकी सजाई गई।
शोभायात्रा के आगे-आगे लोक नर्तक दल अपनी कला का प्रदर्शन करता हुआ चल रहा था। उसके बाद डीजे के धुन व बैंडबाजे पर थिरकते समाज के युवा, बच्चे व महिलाएं चल रही थीं। शोभायात्रा परशुराम मंदिर से शुरू होकर कोतवाली थाना होते हुए गद्दी चौक, पैलेसरोड, भक्तिन गली चौक, गौरी शंकर मंदिर चौक, संजीवनी हॉस्पिटल, रामनिवास टॉकीज के सामने से होते हुए गांधी पुतला चौक, स्टेशन चौक, नटवर स्कूल से होते हुए सत्ती गुड़ी चौक पहुंची। यहां से पुन: हंडी चौक स्थित भगवान परशुराम मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुई। यहां भगवान परशुराम की महाआरती की गई, उसके बाद विशाल भंडारा लगा, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। शोभायात्रा में सर्व ब्राह्मण समाज के लोग शामिल हुए।
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