उज्जैनः उज्जैन के पाटीदार अस्पताल में रविवार को लगी आग से झुलसी एक 86 वर्षीय महिला की मंगलवार सुबह इंदौर के एक अस्पताल में मौत हो गई। इधर, मृत महिला के परिजनों ने पाटीदार अस्पताल के प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उज्जैन के फ्रीगंज क्षेत्र स्थित पाटीदार अस्पताल में रविवार को लगी आग में झुलसी 86 वर्षीय महिला की इंदौर में उपचार के दौरान मौत हो गई। महिला के स्वजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि आग के दौरान स्टाफ ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई इस कारण मरीज झुलस गए।
बता दें कि पाटीदार अस्पताल में लगी आग में चार मरीज झुलस गए थे। इसमें से दो मरीज गंभीर थे। 86 वर्षीय सावित्री श्रीवास्तव भी गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। उन्हें इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतका के स्वजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि जिस वक्त आग लगी उस समय स्टाफ भाग खड़ा हुआ था, जिससे सावित्री बाई गंभीर रूप से झुलस गई थीं।
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हादसे के बाद जागा प्रशासन
अस्पताल में आग लगने के मामले की जांच के लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने चार अधिकारियों की एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी आग के कारण, अस्पताल प्रबंधन की कमियां आदि पर एक रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपगी। माना जा रहा है कि इसके बाद पाटीदार अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई भी हो सकती है। इधर इस घटना के बाद नगर निगम की ओर से शहर के सभी बड़े अस्पतालों को नोटिस जारी किए गए हैं। नोटिस के जरिए सभी से अग्नि सुरक्षा इंतजाम करने और निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने को कहा गया है।