लखनऊ: कुंभ (Kumbh) को लेकर राज्य सरकार ने अभी से तैयारियां तेज कर दी है। जिसे लेकर उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहा कि नई तकनीक के आगमन के साथ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम समय के अनुसार अपनी कार्यशैली में बदलाव कर रहा है। उदाहरण के लिए, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों के लिए परिवहन योजना एवं नीति निर्माण एवं संबंधित कार्यवाहियों आदि के लिए सलाहकार के रूप में नियुक्त किये जाने के लिए योग्यता/अनुभव में परिवर्तन के संबंध में भी निदेशक मंडल द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी।
Kumbh भेजने को मिली मंजूरी
परिवहन मंत्री ने कहा कि आवश्यकता के अनुरूप अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भर्ती नहीं होने के कारण सलाहकार नियुक्त करने की योजना है, जो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होंगे। उन्होंने बताया कि समय-समय पर रिक्त होने वाले “सीधी भर्ती” श्रेणी के समूह क एवं ख के समस्त पदों पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज से भर्ती के लिए अधिकारी सेवा नियमावली, 1998 में प्रावधान सम्मिलित किये जाने के सम्बन्ध में प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है। शासन के माध्यम से भेजा गया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से इसे प्रयागराज भेजने की मंजूरी मिल गई है। अब विभाग में नियमित अधिकारी मिलेंगे।
परिवहन मंत्री ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए बीएस-6 मॉडल की डीजल बसें, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि परिवहन निगम द्वारा 100 नई वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें खरीदकर बस बेड़े में शामिल की जाएंगी तथा 250 वातानुकूलित बसें जीसीसी मॉडल पर अनुबंध पर ली जाएंगी। जिसे मंजूरी मिल गई है।
अच्छी सेवाएं देने पर जोर
परिवहन मंत्री ने कहा कि कार्यशालाओं में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए पहले चरण में प्रयोग के तौर पर 19 डिपो कार्यशालाओं को आउटसोर्स किया जाएगा। जिसके माध्यम से एक सेवा प्रदाता का चयन किया जाएगा जो बीएस-6 मॉडल की डीजल बसों, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों के लिए कुशल कर्मचारी उपलब्ध कराएगा। इससे परिवहन निगम यात्रियों को अच्छी सुविधाएं दे सकेगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में ताज, नजीबाबाद, झॉसी, देवरिया, साहिबाबाद, बदांयू, अवध, कैंट, सोत गेट, हरदोई, सुल्तानपुर, बांदा, छुटमलपुर, इटावा, जीरो रोड, बलरामपुर, एटा, विकासनगर, बलिया को आउटसोर्स किया जाएगा। ।
यह भी पढ़ेंः-असद मदनी बोले- पीएम मोदी को नहीं लेना चाहिए राम मंदिर उद्घाटन समारोह में हिस्सा
परिवहन मंत्री ने कहा कि जनवरी 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है, जिसे देखते हुए अधिक संख्या में बसों की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुविधाजनक परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रयागराज मेला क्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी। जिले के बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए बीएस-6 डीजल बसें/सीएनजी बसें संचालित की जाएंगी। इसके साथ ही अतिरिक्त लगभग 1350 नई बीएस-6 डीजल बसें खरीदने की प्रक्रिया जारी है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)