राजनीति

बीजेपी का आरोप, सीएम सुक्खू ने जनता से किया भेदभाव, अब नहीं दे रहे जवाब

CM Sukhu discriminated against the public

धर्मशालाः प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर कांगड़ा जिले के साथ राजनीतिक और प्रशासनिक भेदभाव करने का आरोप लगाया और कहा कि जिले की जनता पिछले 15 महीनों से इसका खामियाजा भुगत रही है। उन्होंने सोमवार को जारी एक प्रेस बयान में कहा कि मुख्यमंत्री जब भी चुनाव के दौरान धर्मशाला आएंगे तो उन्हें यहां आने से पहले भारतीय जनता पार्टी और विशेषकर धर्मशाला की जनता के कुछ सवालों के जवाब देने होंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि उनकी राजनीतिक द्वेष भावना का खामियाजा पिछले 15 माह से धर्मशाला और कांगड़ा जिला की जनता क्यों भुगत रही है।

ठेकेदारों और अधिकारियों को बचाना चाहते हैं सीएम

उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि जिस केंद्रीय विश्वविद्यालय को मुद्दा बनाकर कांग्रेस पार्टी ने जिले में जीत हासिल की थी, उसके प्रति मुख्यमंत्री का सौतेला व्यवहार क्यों है। वनों की कटाई के एवज में सरकार ने जुलाई 2023 से वन एवं पर्यावरण विभाग को 30 करोड़ रुपये क्यों नहीं जमा किये? इसके बावजूद यहां के राजनीतिक और सामाजिक संगठन, बुद्धिजीवी और युवा पिछले एक साल से लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं और सरकार से पैसा जमा करने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री ने हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टालमटोल का रवैया अपनाया है। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि वह धर्मशाला के जदरांगल में केंद्रीय विश्वविद्यालय का नॉर्थ जोन कैंपस क्यों नहीं बनने देना चाहते।

उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा है कि पिछले 15 महीनों में धर्मशाला में स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों में बेतरतीब निर्माण कार्य हो रहा है जिसमें कोई गुणवत्ता नहीं है और किसी भी ठेकेदार या अधिकारी की जवाबदेही तय नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं इन निर्माण कार्यों को लेकर स्थानीय विधायक ने भी कई बार सरकार से जांच की मांग की थी। उन्होंने इन सभी कार्यों की सीबीआई जांच की मांग भी की थी, लेकिन मुख्यमंत्री की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह 15 महीने से चल रहे इन निर्माण कार्यों पर आंखें मूंदे बैठे हैं और इस मुद्दे पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। है। उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री किन ठेकेदारों और अधिकारियों को बचाना चाहते हैं।

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सवालों के जवाब चाहती है जनता

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि पिछले 15 माह में कांगड़ा जिला को कोई बड़ा प्रोजेक्ट क्यों नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री कांगड़ा के साथ सौतेला व्यवहार क्यों कर रहे हैं? मुख्यमंत्री कांगड़ा के साथ राजनीतिक भेदभाव और प्रशासनिक भेदभाव कर रहे हैं और कांगड़ा की जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। यहां तक कि जिस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया, उसमें भी कानून की धज्जियां उड़ायी गयीं। मुख्यमंत्री ने जिले के बनखंडी क्षेत्र में वन्यजीव पार्क के निर्माण की आधारशिला रखी, लेकिन इसके लिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी नहीं की गईं। निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक कमेटी इतनी महत्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी देती है और अनुमति के बाद ही निर्माण कार्य की अनुमति देती है, लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए मंजूरी नहीं ली गयी और आनन-फानन में शिलान्यास कर दिया गया। गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस योजना का निर्माण भी शुरू नहीं हो पाएगा और कांगड़ा की जनता एक बार फिर ठगी जाएगी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला और विशेषकर धर्मशाला की जनता इन सभी सवालों का जवाब मुख्यमंत्री से जानना चाहती है।

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