चेन्नई: दक्षिण भारतीय मेगास्टार और मक्कल निधि मय्यम के अध्यक्ष कमल हासन ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक द्वारा कावेरी पर मेकेदातु बांध के निर्माण का तमिलनाडु भाजपा का विरोध दोहरा कृत्य है। कोयंबटूर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “एक अभिनेता के रूप में जिसने 25 से अधिक फिल्मों में दोहरी भूमिकाएं निभाई हैं, मैं आसानी से किसी ऐसे व्यक्ति को देख सकता हूं जो डबल एक्शन भूमिका निभा रहा है और यह एक ऐसा कार्य है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की तमिलनाडु और कर्नाटक इकाइयां पार्टी के केंद्रीय नेताओं के हाथों की कठपुतली हैं। भाजपा की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से करते हुए उन्होंने कहा कि कोंगु नाडु के लिए सुझाव क्षेत्र के लोगों की ओर से नहीं बल्कि ‘नार्थ इंडियन कंपनी’ (भाजपा) की ओर से आया है जो अपने संसाधनों का निजीकरण करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कोंगु नाडु की मांग कोई राजनीतिक नारा नहीं है।
उन्होंने पेगासस जासूसी मुद्दे पर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि मानसून सत्र के दौरान संसद में हो रहा भारी विरोध इस मुद्दे पर लोगों की नाराजगी को दशार्ता है। कमल ने कहा कि सरकार का लोगों के जीवन में ताक-झांक करने से कोई लेना-देना नहीं है और कहा कि देश में कोई निगरानी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि मदुरै में बनने वाले कलैनार करुणानिधि स्मारक पुस्तकालय के लिए मुल्लापेरियार बांध के वास्तुकार जॉन पेनीक्यूइक के स्मारक को न गिराएं। एमएनएम अध्यक्ष ने कहा कि डीएमके सरकार कोविड -19 मामलों को संभालने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था और कहा कि एमएनएम इसे याद दिलाने के लिए राज्य में थी।