हरियाणा

मां-बच्चे की मौत के आरोप में महिला डॉक्टर-नर्स पर केस दर्ज, जांच में मिले दोषी

Case registered against female doctor

सोनीपतः सोनीपत के खरखौदा में डिलीवरी के दौरान मां और नवजात बच्चे की मौत के मामले में नौ महीने बाद मेडिकल बोर्ड की जांच में खुलासा हुआ है कि मां-बेटे की मौत महिला डॉक्टर की लापरवाही और चिकित्सीय सुविधाओं की कमी के कारण हुई है। पुलिस ने अब इस मामले में कार्रवाई करते हुए डॉक्टर और नर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

अस्पताल में नहीं थी कोई व्यवस्था

मेडिकल बोर्ड द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में बताया गया कि महिला की गर्भाशय ग्रीवा फट गई थी। यह एक कठिन मामला है और इस आपात स्थिति से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं थे। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने डॉक्टर और नर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। रिपोर्ट में अस्पताल की व्यवस्था और लापरवाही पर सवाल उठाए गए हैं। जच्चा-बच्चा की मौत की जांच कर रहे मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने पुलिस को रिपोर्ट दी है कि दोनों की मौत डॉक्टर की लापरवाही और अस्पताल में पर्याप्त इलाज सुविधाओं के अभाव के कारण हुई है। महिला की गर्भाशय ग्रीवा फट गयी थी। योनि प्रसव के बाद गर्भाशय का फटना एक दुर्लभ मामला है। आपातकालीन स्थिति में अस्पताल में सिजेरियन सेक्शन और पीपीएच प्रबंधन की सुविधा नहीं थी।

जांच में चिकित्सकीय लापरवाही का दोषी ठहराया गया

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मरीज की मौत प्रसवोत्तर रक्तस्राव और उसकी जटिलताओं के कारण हुई। उच्च जोखिम गर्भावस्था और पीपीएच की जटिलता का ठीक से प्रबंधन नहीं करने के लिए उपचार करने वाली डॉ. निकिता और कैलाश अस्पताल चिकित्सकीय लापरवाही के दोषी हैं। कैलाश अस्पताल में सामान्य प्रसव से संबंधित किसी भी आपात स्थिति का प्रबंधन करने के लिए उचित ऑपरेशन थियेटर और पैनल पर स्त्री रोग विशेषज्ञ, सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं।

 यह भी पढ़ेंः-रायबरेलीः बिना सेना नायक के ही चुनाव का युद्ध लड़ रही हर दल की सेनाएं

खरखौदा शहर के वार्ड 15 के एकता चौक निवासी नवीन सैनी की पत्नी लक्ष्मी उर्फ रीना को 7 जुलाई 2023 को डिलीवरी के लिए शहर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देर रात 11 बजे रीना ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही समय के बाद बच्चे की मौत हो गई। चिकित्सकों ने रीना को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने रीना को मृत घोषित कर दिया। खरखौदा थाने के एएसआई मुनीष ने बताया कि जच्चा-बच्चा की मौत के करीब नौ महीने बाद नवीन की शिकायत के आधार पर कैलाश अस्पताल की डॉ. निकिता और एक आशा नर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)