Bengal Ration Distribution Case: पश्चिम बंगाल में राशन वितरण मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अगले सप्ताह कोलकाता की पीएमएलए विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर सकता है। घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और उनके करीबी सहयोगी बकीबुर रहमान को आरोप पत्र में मुख्य मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया जाएगा।
अक्टूबर में गिरफ्तार हुए थे मल्लिक
राज्य के वर्तमान वन मंत्री और पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मल्लिक और कोलकाता के व्यवसायी रहमान दोनों को ईडी ने अक्टूबर में गिरफ्तार किया था। रहमान फिलहाल दक्षिण कोलकाता के प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम में न्यायिक हिरासत में हैं, लेकिन मंत्री को राज्य संचालित एसएसकेएम भेज दिया गया है। मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, वह अस्पताल में सीसीटीवी की निगरानी में भी हैं, जिसका संबंध ईडी अधिकारियों से है। सूत्रों ने कहा कि आरोप पत्र में, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी कई फर्जी कॉर्पोरेट संस्थाओं का विवरण भी प्रदान कर सकते हैं जिनके नाम जांच के दौरान सामने आए और उनके खातों से बैंकिंग लेनदेन का विवरण भी दिया जा सकता है।
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क्या बोले ईडी अधिकारी
बता दें कि ईडी अधिकारियों को पहले ही विशिष्ट सुराग मिल चुके हैं कि इन फर्जी कॉर्पोरेट संस्थाओं को वास्तव में गिरफ्तार मंत्री द्वारा अपनी पत्नी और बेटी सहित अपने पारिवारिक संबंधों और अपने करीबी सहयोगियों को निदेशकों के रूप में नियुक्त करके पर्दे के पीछे से चलाया जा रहा था। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों द्वारा पूछताछ किए गए लोगों द्वारा दिए गए कुछ बयानों को भी आरोप पत्र में शामिल किया जा सकता है। दस्तावेज़ों में यह विवरण भी शामिल हो सकता है कि रहमान कैसे फर्जी किसान सहकारी समितियाँ खोलकर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर अवैध रूप से धान खरीदता था।
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