बंगाल

PMAY योजना में अनियमितताओं की पहचान करने के लिए बंगाल सरकार करेगी ऑडिट

कोलकाता: प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत केंद्र द्वारा अनियमितताओं और धन रोके जाने की बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर, पश्चिम बंगाल सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022 के दौरान राज्य में योजना के क्रियान्वयन का स्वेच्छा से ऑडिट करने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के 345 ब्लॉकों में ऑडिट किया जाएगा। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए, किसी भी कैग-अनुमोदित ऑडिट निकाय को काम करने के लिए सौंपा जाएगा।" मामले में कोई भ्रष्टाचार शामिल नहीं है। इससे उन आरोपों पर भी विराम लग जाएगा कि राज्य सरकार राज्य में विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के ऑडिट से बच रही है। अधिकारी ने कहा कि ऑडिट योजना के तहत केंद्र सरकार को देय केंद्रीय धन की रिहाई सुनिश्चित करेगा। राज्य सरकार से इसे मांगने के लिए मजबूत मामला बनाएंगे। हालांकि, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना ​​है कि स्वेच्छा से इस ऑडिट को कराने का मकसद इस साल के अंत में होने वाले पंचायत चुनाव से पहले सत्ताधारी दल की साफ छवि पेश करना भी है। यह भी पढ़ें-PM मोदी के ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी, भाजपा ने बनाया ये खास प्लान केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए पहले ही कई केंद्रीय फील्ड निरीक्षण दलों को पश्चिम बंगाल भेजा है। इन टीमों ने विभिन्न जिलों का दौरा भी किया है और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की है। राज्य सरकार ने हाल ही में पीएमएवाई योजना के तहत आवंटन में किसी भी अनियमितता को दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों का विवरण केंद्र को एक कार्रवाई रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्र ने निरीक्षण के दौरान अपने अनुभवों से सामग्री का मिलान करने के लिए दूसरी टीम भेजी थी। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)