Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा के शुरु होने के बाद से ही भारी संख्या में यात्री बाबा बर्फानी के दर्शन करने को पहुंच रहे है। बता दें अब तक 33 दिनों में कुल 4.76 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं।
यात्रा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि, अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गये है ताकि देश- विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। वहीं कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रा सुचारु रुप से चल रही है। बता दें, 29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी।
अब तक 4.76 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि, “कल यानी बुधवार को 5 हजार से ज्यादा लोगों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। वहीं 1,295 यात्रियों का एक नया जत्था गुरुवार सुबह 3:32 बजे दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ। 15 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला 349 यात्रियों को लेकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि 33 वाहनों का दूसरा काफिला 946 यात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।”
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पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है गुफा
गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं।