Katra: श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा के ताराकोट मार्ग पर प्रस्तावित रोपवे परियोजना के विरोध में स्थानीय हितधारकों द्वारा चार दिवसीय हड़ताल के तीसरे दिन रविवार को यात्रा मार्ग पर दुकानें बंद रहीं तथा पिट्ठू-पालकी की सेवाएं भी ठप रहीं।
बिगड़ेगा श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा का स्वरूपः साहनी
शिवसेना (यूबीटी) के प्रदेश प्रमुख मनीष साहनी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पवित्र बाणगंगा देवरी, कटरा बाजार में चल रहे धरने में शामिल हुए। साहनी ने अपने संबोधन में कहा कि सुविधाओं की होड़ में श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा का स्वरूप नष्ट व प्रभावित हो रहा है। रोपवे परियोजना ताराकोट मार्ग पर होने से इस सुविधा का लाभ लेने वाले श्रद्धालु पवित्र बाणगंगा, चरण पादुका, अर्धकुंवारी आदि पवित्र मंदिरों के दर्शन से वंचित हो जाएंगे।
हजारों लोगों के जाएंगे रोजगार
वहीं, परंपरागत मार्ग पर हजारों दुकानदारों, पिट्ठू, घोड़ा सेवा प्रदाताओं के रोजगार पर भी असर पड़ने का खतरा मंडरा रहा है। साहनी ने कहा कि हमारे पास श्रीनगर, पहलगाम, गुलमर्ग जैसे मौसम व पर्यटन स्थल नहीं हैं, लेकिन श्री माता वैष्णोदेवी की कृपा हमारी अर्थव्यवस्था व व्यापार पर बनी हुई है। पहले ही रेल और सड़क मार्गों के विकास ने जम्मू के व्यापार को चौपट कर दिया है। वहीं, ताराकोट मार्ग पर रोपवे परियोजना के निर्माण से कटड़ा के दुकानदारों, पारंपरिक तीर्थयात्रा मार्ग पर कुली और घोड़े उपलब्ध कराने वाले हजारों लोगों और उनके परिवारों पर असर पड़ने का खतरा मंडरा रहा है।
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साहनी ने कहा कि वह विकास और सुविधाओं के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन धार्मिक आस्था पर हमला करना और रोजगार और व्यापार को दांव पर लगाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। साहनी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन) से मांग की है कि रोपवे परियोजना को रद्द किया जाए और इसके लिए निर्धारित 250 करोड़ रुपये को कटड़ा और आसपास के मंदिरों के विकास पर खर्च किया जाए।
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