नई दिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (NMML) का नाम बदलकर प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) करने की मंजूरी दे दी है। केंद्र द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है, भारत सरकार (व्यवसाय का आवंटन) नियम, 1961 में, दूसरी अनुसूची में प्रविष्टि 9 में, ‘संस्कृति मंत्रालय’ शीर्षक के तहत, ‘नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय’ शब्द के लिए, शब्द ‘प्रधान मंत्री’ शब्द ‘संग्रहालय और पुस्तकालय’ प्रतिस्थापित किए जाएंगे।
इससे पहले, विपक्षी कांग्रेस ने संग्रहालय से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का नाम हटाने के लिए केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की थी और इसे “प्रतिशोध की राजनीति” का हिस्सा बताया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा था, इससे हमारे लिए कोई समस्या पैदा नहीं होने वाली है। यह केवल उनके लिए समस्याएं पैदा करने वाला है। ये लोग जो कर रहे हैं उसका इन पर बुरा असर जरूर पड़ेगा। उन्हें देश के प्रति जवाबदेह होना होगा।
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पीएम मोदी ने 2016 रखा था प्रस्ताव
बता दें कि साल 2016 में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रस्ताव रखा था कि नेहरू मेमोरियल में देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक म्यूजियम बनाया जाएगा। उसी साल 25 नवंबर को NMML की 162वीं बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी गई। पीएम संग्रहालय को पिछले साल 21 अप्रैल को जनता के लिए खोल दिया गया था।
15 जून को राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। राजनाथ सिंह नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय के उपाध्यक्ष हैं और प्रधान मंत्री इसके अध्यक्ष हैं। इस सोसायटी में उनके अलावा 29 सदस्य शामिल हैं, जिनमें अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर और मिरमाला सीतारमण प्रमुख हैं।
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