नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत को आत्मनिर्भरता का लक्ष्य दिलाने के लिए गुजरात से आत्मनिर्भर भारत के ‘प्रकाश स्तम्भ’ की भूमिका निभाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए एक रोड मैप बनाया गया है। भारत में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है। भारत में बने रक्षा उपकरण की खरीद के लिए कुल खरीद का 64 फीसदी हिस्सा सुरक्षित है। यदि भारत को आत्मनिर्भरता का लक्ष्य पाना है तो गुजरात की भूमिका उसमें अग्रणी होने वाली है। यहां मैन्यूफैक्चरिंग और उद्योग धंधों की संस्कृति और संस्कार मौजूद हैं। गुजरात को आत्मनिर्भर भारत के ‘प्रकाश स्तम्भ’ की भूमिका निभानी होगी।
रक्षा मंत्री गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और सरदार बल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने राज्य भाजपा कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की दिशा में हमें सबसे पहले रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करनी है। यह काम बहुत चुनौतीपूर्ण है, मगर हमने शुरूआत कर दी है। अगले 25 वर्ष में हम भारत को किस रूप और स्वरूप में देखना चाहते हैं, इसका खाका प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से खींचा है, जिस पर काम करने की जरूरत है। आज देश भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है जिसे हमने ‘अमृत महोत्सव’ का स्वरूप दिया है। यह अमृत महोत्सव 140 करोड़ भारतवासियों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए संकल्प लेने का है।
उन्होंने राज्य के भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि हमारे लिए सत्ता में आना जनसेवा, समाजसेवा और देश सेवा का एक अवसर है। हमारे लिए हमारा देश हमारा सोमनाथ है, इस देश का गरीब जगन्नाथ है, किसान हमारा बद्रीनाथ है, सैनिक और सुरक्षा बल हमारे लिए केदारनाथ है। इनके लिए काम करना हमारे लिए नारायण सेवा से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक समीक्षक मानते हैं कि अब भाजपा चुनाव जीतने की मशीन बन चुकी है लेकिन मेरा मानना है कि आज भाजपा देशवासियों का भरोसा जीतने की जमीन बन चुकी है। गुजरात में संगठन की बात करना एक सहज बात है क्योंकि इस प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कार्य की स्पष्टता और समझ बहुत अच्छी है। सौभाग्य से इस प्रदेश में जो ऊंचे पदों पर भी बैठते है उनका कार्यकर्ता भाव कभी खत्म नहीं होता है।
राम मंदिर का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अब अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण चल रहा है मगर यहां तक पहुंचने के लिए भाजपा और राष्ट्रीय विचारधारा से जुड़े लोगों और संगठनों ने बड़ी कुर्बानी दी है। हमने इस आंदोलन में अपनी राज्य सरकारों की कुर्बानी दे दी। इसी तरह धारा 370 के खिलाफ आंदोलन शुरू करके इसके लिए जम्मू-कश्मीर में अपनी सरकार बलिदान कर दी। इसके बाद हम सत्ता में नहीं थे मगर धारा 370 को समाप्त करना हमारी वैचारिक प्रतिबद्धता का हिस्सा रहा है। हाल ही में अफगानिस्तान से स्वदेश लाये गए नागरिकों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे लिए भारतीय नागरिक की जान-माल की रक्षा करना एक बड़ा संकल्प है। इसलिए जब भारतीय नागरिकों की रक्षा का प्रश्न आता है तो विदेशों से भी सुरक्षित निकालने के लिए हमारी सरकार बढ़-चढ़ कर काम करती है।
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आतंकवाद से मुकाबला करने की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि जब पुलवामा की घटना हुई तो हमारी बहादुर वायु सेना ने बालाकोट में मौजूद आतंकी ठिकानों को नष्ट करने में सीमा के पार जाकर कारवाई की। यानी आतंकवाद के खिलाफ अब हम सीमा के भीतर ही नहीं सीमा के उस पार भी जाकर कार्रवाई करने में सक्षम हैं। आज आतंकवादियों को भी पता है कि वे अपनी शरणगाह में भी सुरक्षित नहीं बचेंगे। उरी में एक घटना हुई तो हमारी सेना ने सीमा पार जाकर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। आतंकवादियों के मंसूबों को हमने कामयाब नहीं होने दिया है, यही कारण है कि देश में कोई बड़ी आतंकवादी घटना पूरे देश में पिछले सात सालों में होने नहीं पाई है।
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