जयपुरः राजस्थान के भरतपुर जिले में संचालित लक्ष्य नामक फाइनेंस कंपनी के संचालक निवेशकों के 10 करोड़ से अधिक रुपये लेकर फरार हो गए। हर महीने 2 प्रतिशत ब्याज का झांसा देकर फाइनेंस कंपनी ने निवेशकों से करीब 10 करोड़ बटोर लिए और भरतपुर से फरार हो गई। अब निवेशकों की ओर से कंपनी के संचालकों के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
जानकारी के अनुसार इस कंपनी को एक ही परिवार के 6 लोग चला रहे थे, जो कि फरार है। अब तक इस कंपनी के शिकार 50 पीड़ित सामने आ चुके हैं, जिनमें करीब 12 पुलिसकर्मी भी शामिल है। पीड़ितो के अनुसार सुभाष नगर निवासी पवन कुमार, पूरनलाल, पुष्पेंद्र, कस्तूरी देवी, जयमाला और लक्ष्मी देवी मिलकर लक्ष्य निधि फाइनेंस कंपनी चला रहे थे। हीरादास के पास संचालित इस कंपनी में लोगों को जमा पूंजी पर हर महीने 2 फीसदी ब्याज का लालच दिया गया और करीब 10 करोड़ रुपए इकट्ठा होने पर कंपनी के सभी लोग भरतपुर से फरार हो गए। फिलहाल कंपनी संचालित करने वाले लोगों के घरों पर भी ताला लटका हुआ है।
सुभाष नगर निवासी पीड़ित जितेंद्र कुमार ने बताया कि कंपनी के सभी लोग उनकी कॉलोनी निवासी थे इसलिए आसानी से उनकी बातों पर विश्वास कर लिया। उसके पिता रिटायर हुए थे और कंपनी के लोगों ने 65 लाख रुपये जमा कराने पर हर महीने 2 लाख ब्याज देने का झांसा दिया। इस पर जितेंद्र कुमार ने अगस्त में 25 लाख और सितंबर में दो किश्तों में 40 लाख रुपये जमा करा दिए।
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पैसे जमा कराने के बाद जब भी कंपनी के लोगों से ब्याज मांगा तो अगले महीने देने की बात कह कर टालते रहे। आखिर में बार-बार बोलने पर कंपनी के पवन कुमार ने 12 दिसंबर को 5 लाख 20 हजार का चेक दिया लेकिन उसके बैंक खाते में पैसा ही नहीं था। बाद में पता चला कि कंपनी के सभी आरोपित घर पर ताला लगाकर फरार हो गए। पीडि़त ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया है।