लखनऊः उत्तराखंड के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी मात्र 36 घंटे के अंदर नई सरकार शपथ लेगी। योगी सरकार 02 की कैबिनेट का क्या स्वरूप होगा, इसको लेकर राजधानी लखनऊ में अटकलों का बाजार गरम है। इस बीच प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के बाद दिल्ली पहुंच गये। मुख्यमंत्री से जुड़े सूत्रों का कहना है कि योगी दिल्ली में ही प्रवास करेंगे और इस दौरान वह भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं से मंत्रणा कर अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के नाम की सूची को अंतिम रूप देंगे।
वैसे विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही उप्र के सियासी गलियारे में इस बात की अटकलें जोर पकड़े हुए हैं कि योगी सरकार 2.0 में कौन मंत्री बनेगा। लेकिन, शपथ ग्रहण की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, संभावित मंत्रियों के नाम की अटकलें और तेज हो रही हैं। राजधानी में भाजपा के प्रदेश मुख्यालय से लेकर नौकरशाही तक और दारुलसफा से लगायत चाय-पान की दुकानों तक केवल एक ही चर्चा आम है कि इस बार कौन मंत्री बनेगा और किसे बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा।
चुनाव जीतने वालों में तमाम विधायक बड़े कद के हैं, उनमें से कई योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में मंत्री भी रहे, लेकिन इस बार कुछ विधायकों के दोबारा मंत्री बनने पर संदेह भी व्यक्त किया जा रहा है। अटकलों के बीच चर्चा यह भी है योगी की दूसरी पारी में नौजवान और शिक्षित विधायकों को ज्यादा तवज्जो मिलेगी। सियासी समीक्षक यह भी कह रहे हैं कि नई मंत्रिपरिषद पर 2024 के लोकसभा चुनाव का भी असर रहेगा। पार्टी नेतृत्व बड़ी ही सावधानी पूर्वक सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन के तहत मंत्रियों के नामों का चयन करेगी। साथ ही कुछ युवा नेता जो राजनीति से इतर क्षेत्रों से आकर पहली बार विधायक बने हैं, पार्टी उन्हें भी मंत्री पद की शपथ दिला सकती है।
हालांकि नई सरकार के संभावित मंत्रियों के नामों की तमाम सूचियां सोशल मीडिया में पिछले कई दिनों से लगातार चल रही हैं। कुछ समाचार पत्र भी अटकलों के आधार पर दो से चार उप मुख्यमंत्री तक बना रहे हैं, लेकिन भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 25 मार्च को जब शपथ ग्रहण होगा तो कई नाम चौंकाने वाले होंगे।
भाजपा नेता ने यह भी बताया कि चुनाव में हारे दिग्गजों और पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ नेताओं को भी पार्टी संगठन अथवा सरकार में समायोजित करेगी। पार्टी नेतृत्व ने इसके लिये भी रूपरेखा तैयार की है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में योगी सरकार के 11 मंत्री हार गये, जिनमें राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, सुरेश राणा, डॉ. सतीश द्विवेदी और चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी का मानना है कि ये नेता कड़े मुकाबले में चुनाव भले ही हार गये, लेकिन उनका अपने क्षेत्र में प्रभुत्व अब भी बरकरार है। ऐसे में पार्टी उनके सम्मान का पूरा ख्याल रखेगी।
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योगी सरकार 2.0 का शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को है। कार्यक्रम को अविस्मरणीय बनाने के लिए भाजपा संगठन और सरकार की तरफ से जोरदार तैयारियां चल रही हैं। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और पांच उप मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा देश के वरिष्ठ धर्माचार्यों और उद्योगपतियों को भी इस अवसर पर आमंत्रित किया गया है।
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